एटा में रात को बही काव्य रस धारा
एटा के राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी पंडाल में बुधवार रात को कवियत्री सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें दूर दराज से आई नौ कवियत्रियों ने हास्य, वीर, श्रृगार आदि काव्य पर आधारित अपनी...
एटा के राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी पंडाल में बुधवार रात को कवियत्री सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें दूर दराज से आई नौ कवियत्रियों ने हास्य, वीर, श्रृगार आदि काव्य पर आधारित अपनी रचानाओं को दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में देर रात तक प्रशासनिक अधिकारी एवं लोग वाह वाह कर कवियत्रियों की रचनाएं सुनते रहे।
कवियत्री सम्मेलन में सर्व प्रथम कवियत्री योग्यता चौहान ने अपनी रचना मैं बेटी एटा की की हर अडचन हटाकर आई हूं, नजर भी लग नही सकती मुझे, नजर कटवाकर आई हूँ, मुझे विश्वास है कि मुझे कुछ नही हो सकता, मैं अपनी मां का आर्शीवाद लेकर आई हूँ। इसके बाद कवियत्री अलका अद्भुद, राबिया खान, समीक्षा सिंह, व्यजना श्ुक्ला, सरला आसमा, मणिका दुवे, शिखा सिंह, पल्लवी त्रिपाठी आदि कवियत्रियों ने अपनी मनोहारी रचानाओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन कवि लटूरी सिंह लट्ठ ने दर्शकों को अपनी हास्य कविताओं के माध्यम से लोगों को खूब गुदगुदाया। कार्यक्रम संयोजन राकेश कुमार कंज ने सभी अतिथियों का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इस अवसर पर डीएम सुखलाल भारती, एडीएम वित्त केशव कुमार, सीडीओ मदन वर्मा, एसडीएम अबुल कलाम, पालिकाध्यक्ष मीरा गांधी, राकेश गांधी आदि लोग मौजूद रहे।
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