मॉर्शल लॉ लागू करने के कारण लगा था महाभियोग, अदालत ने सुनाया फैसला, येओल ने जनता से माफी मांगी
जापान और दक्षिण कोरिया लंबे समय से अमेरिका के करीबी सहयोगी रहे हैं, लेकिन अब चीन के साथ उनकी यह साझेदारी ट्रंप के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।
दक्षिण कोरिया में बीते दिनों लगी जंगल की आग में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर बुजुर्ग थे। वहीं इस आग में कई प्राचीन मठ भी खाक हो गए जिसमें एक 1300 साल पुराना प्राचीन मठ भी शामिल है।
- 30,000 एकड़ तक फैली जंगल की आग - 37 हजार लोग घर छोड़कर
दक्षिण कोरिया में इतिहास की सबसे भीषण जंगल की आग ने तबाही मचा दी है। मरने वालों की संख्या 18 तक पहुंच गई है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। आग पर काबू पाना मुश्किल होता जा रहा है।
दक्षिण कोरिया की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। हान को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में बहाल किया गया है, जबकि राष्ट्रपति यून सूक येओल के...
दक्षिण कोरिया में पिछले साल 3 दिसंबर को बड़ा भूचाल तब आया था कि जब देश के राष्ट्रपति ने अचानक मार्शल लॉ लगाने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद से यहां राजनीतिक उथल पुथल जारी है। राष्ट्रपति यून सूक येओल और प्रधानमंत्री हान से सभी अधिकार छीनने की तैयारी की जा रही है।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी पत्रकारों को बताया कि यह पता लगाने के लिए गहन जांच की आवश्यकता है कि दूसरे केएफ-16 विमान ने भी असैन्य क्षेत्र पर बम क्यों गिराए।
एक बयान में दक्षिण कोरिया की वायुसेना ने बताया कि केएफ-16 फाइटर जेट से गलती से फायरिंग रेंज के बाहर बम गिर गए। इसमें नागरिकों को नुकसान पहुंचा है। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार वायुसेना ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी के गठन का फैसला लिया है कि आखिर यह नुकसान क्यों हुआ।
इस देश में जन्मदर में भारी गिरावट देखी गई थी क्योंकि महिलाएं करियर को प्राथमिकता दे रही थीं और महंगे घरों व बच्चों की परवरिश की बढ़ती लागत के कारण विवाह और मातृत्व से बच रही थीं।