बांग्लादेशी मौलवी फारूकी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वो कह रहा है- 'पहले मरो फिर मारो। अगर मुझे इजाजत मिले तो मैं कोलकाता में फिदायीन हमलावर भेजूंगा।'
इस निलंबन का मतलब है कि पिछले 20 वर्षों से अधिक समय तक देश का नेतृत्व करने वाली अवामी लीग अब अगले राष्ट्रीय चुनावों में हिस्सा नहीं ले सकेगी, जब तक कि प्रतिबंध हटाया नहीं जाता।
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पर आतंकवाद विरोधी कानून के तहत बैन लगा दिया है।
बैंकों ने केंद्रीय बैंक से नोटों की डिमांड की है, लेकिन अब तक सप्लाई नहीं हुई है। इस साल अप्रैल की शुरुआत में सरकार ने अचानक ही फैसला ले लिया कि उन सभी नोटों और सिक्कों को प्रचलन से बाहर किया जाएगा, जिनमें शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीरें हैं। यह फैसला लेने से पहले कोई नई करेंसी छापी नहीं गई थी।
शेख हसीना ने अपने कार्यकाल में कट्टर धार्मिक संगठनों को कड़ा जवाब देते हुए महिलाओं के अधिकारों को बढ़ाने के लिए एक सरकारी आयोग बनाया था। अब धार्मिक संगठनों ने महिला और पुरुषों में समानता को विकृत और पश्चिमी सोच करार दिया है।
आरोपितों में उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय, बेटी सायमा वाजेद पुतुल, बहन शेख रिहाना, रिहाना के बच्चे रदवान मुजीब सिद्दीकी बॉबी, अजमीना सिद्दीकी और ब्रिटिश सांसद ट्यूलिप सिद्दीकी के नाम शामिल हैं।
शेख हसीना की भतीजी और यूके सांसद ट्यूलिप सिद्दीक के खिलाफ बांग्लादेश की एक अदालत ने अरेस्ट वारंट जारी किया है। उन पर बांग्लादेश में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उधर, सिद्दीक की तरफ से भी जवाब आया है।
बांग्लादेश की कोर्ट ने शेख हसीना उनकी बहन रेहाना और बच्चों के खिलाफ भी अरेस्ट वारंट जारी किया है। कोर्ट ने यह फैसला भूमि से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनाया है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ कई मुकदमे दायर कर चुकी है। इनमें हत्या और भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामलों में शेख हसीना को दोषी ठहराया गया है।
सोशल मीडिया पर आवामी लीग के नेताओं से बातचीत में हसीना ने कहा, 'अल्लाह ने किसी कारण से जीवित रखा था और वो दिन जल्द आएगा, जब इंसाफ किया जाएगा।'