थरूर ने कहा कि तिरुवनंतपुरम से चार बार सांसद चुने जाने से पता चलता है कि राज्य और देश के विकास के बारे में स्वतंत्र रूप से अपने विचार व्यक्त करने के उनके अधिकार का लोगों ने समर्थन किया है।
थरूर इस बात से असंतुष्ट हैं कि बातचीत में राहुल की तरफ से कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। हालांकि, थरूर ने कांग्रेस के युवा विंग की जिम्मेदारी लेने के संकेत दिए थे, लेकिन राहुल इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे।
रूर ने कहा कि मोदी की अमेरिका यात्रा से भारतीय लोगों के लिए कुछ सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में कुछ सवाल अनुत्तरित रह गए, जैसे कि अवैध अप्रवासियों को भारत वापस कैसे लाया गया। इस मुद्दे पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया।
पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर राहुल गांधी और जयराम रमेश जैसे कांग्रेसी नेताओं ने निशाना साधा तो वहीं पार्टी के ही सांसद शशि थरूर ने तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनके समर्थक सबसे बड़ा नेगोशिएटर मानते हैं और उनकी तरफ से मोदी की तारीफ की गई है।
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गई थीं। तब से वह भारत में रह रही हैं।
अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को वापस भेजा गया है। इनमें हरियाणा और गुजरात से 33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन, और चंडीगढ़ से दो लोग शामिल थे।
पुरी उस समय संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत थे। उन्होंने थरूर पर पलटवार करते हुए कहा कि इस डिनर के लिए मेहमानों की सूची थरूर ने दी थी, जिनमें सोरोस का नाम शामिल था।
प्रश्नकाल के दौरान, कांग्रेस नेता ने पूरक प्रश्न पूछते हुए परियोजना में देरी और उसके लिए अपर्याप्त धन का उल्लेख किया, जो तिरुवनंतपुरम सेंट्रल स्टेशन के मार्ग को सुलभ बना सकती है।
शशि थरूर ने कहा कि आज एक असाधारण अनुभव हुआ। जब मैं आज सुबह अपने आवास के बगीचे में बैठा था, समाचार पत्र पढ़ रहा था, एक बंदर आया, सीधे मेरे पास पहुंचा और मेरी गोद में बैठ गया।
ममता बनर्जी की पीएम मोदी से अपील पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैंने कई साल शांति सेना के साथ काम किया है, इसलिए मैं बता सकता हूं कि शांति सेना यूं ही किसी देश के अंदर प्रवेश नहीं कर सकती या तैनात नहीं हो सकती है।