जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से कहा गया कि राजौरी जिले में हुई रहस्यमय मौतों के मद्देनजर स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है।
पीएम मोदी ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सुरंग के निर्माण में लगे श्रमिकों और इंजीनियरों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। इस दौरान सीनियर अधिकारी ने प्रधानमंत्री को सुरंग के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी। यह सुरंग 6.4 किलोमीटर लंबी है।
सेना प्रमुख ने कहा, ‘अक्टूबर में पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में स्थिति सुलझ गई। इन दो उप-क्षेत्रों में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त शुरू हो गई है। इसी तरह, इन दोनों क्षेत्रों में पारंपरिक चराई भी शुरू हो गई है।’
मूल रूप से उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी का रहने वाला यह परिवार था जो यहां किराए के मकान में रह रहा था। इन लोगों को कमरे में बेहोश पाया गया था। उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जुगल किशोर शर्मा ने कहा, ‘समिति ने बंद को 72 घंटे तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। वे मांग कर रहे हैं कि त्रिकुटा पहाड़ियों में रोपवे परियोजना को रद्द किया जाए और हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत रिहा किया जाए।'
पुलवामा से पीडीपी विधायक ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हम आरक्षण नीतियों को तर्कसंगत और निष्पक्ष बनाने की मांग में युवाओं के साथ खड़े होने के रूहुल्ला के फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं।’
अधिकारियों ने बताया कि बुधल के समोटे गांव में घोषित अपराधी जिया-उल-रहमान की 19 मरला जमीन को कुर्क कर लिया गया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कोटरंका वजाहत हुसैन और तहसीलदार सैयद साहिल के नेतृत्व में हुई।
अधिकारियों ने बताया कि फजल हुसैन ने रविवार तड़के इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उनकी पत्नी और बच्चों को विशेष उपचार के लिए जम्मू रेफर किया गया था।
पहलगाम का पर्यटन स्थल न केवल पिछली रात की तुलना में अधिक ठंडा रहा, बल्कि इस अवधि के दौरान दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय हिल स्टेशन के लिए मौसमी औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम था।
रूहुल्ला मेहदी ने सवाल किया, ‘क्या रक्षा मंत्री को यह बताने में खुशी होगी कि श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर सेना या अर्धसैनिक बल के लिए हर कुछ किलोमीटर बाद कई स्थानों पर यातायात को रोक दिया जाता है, आखिर ऐसा क्यों है?’
एनकाउंटर में सेना की 2 पैरा के जूनियर कमीशन अधिकारी (JCO) नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए और 3 अन्य सैनिक घायल हुए हैं। रविवार की मुठभेड़ के बाद से आतंकवादियों की ओर से कोई गोलीबारी नहीं हुई है।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी का इंतजार है। हालांकि, एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी मारा गया है।
लोन ने कहा, ‘जब मैं युवा था, तब मेरे इलाके में सैन्य कार्रवाई की गई थी। मैं उस समय शायद 10वीं कक्षा का छात्र था। मुझे मिलाकर 32 युवाओं को पूछताछ के लिए चुना गया था।’
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने ‘पाकिस्तानी एजेंडा नहीं चलेगा’ जैसे नारे लगाए। भाजपा विधायक आसन के समक्ष भी आ गए, जिसके बाद अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर ने निर्देश दिया कि उन्हें बाहर निकाल दिया जाए।
अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था। इससे जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त हो गया था और तत्कालीन राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था।
वहीद पारा का कहना था कि जम्मू-कश्मीर को फिर से विशेष दर्जा मिलना चाहिए और आर्टिकल 370 की बहाली हो जानी चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को दोबारा पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की भी मांग की। फिलहाल जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है, जहां दिल्ली की तरह ही विधानसभा भी है।
व्हाइट नाइट कोर की ओर से कहा गया, 'हम अपने सच्चे होरी और भारतीय सेना के वीर कुत्ते फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं। उसकी हिम्मत, वफादारी और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।'
सतर्क जवानों ने टेरर अटैक को नाकाम कर दिया। साथ ही, इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। लोगों से पूछताछ के आधार पर और जानकारी जुटाई जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, मेंढर उपविभाग के बलनोई सेक्टर में तलाशी अभियान के दौरान इस ठिकाने का पता चला। आतंकवादियों के इस ठिकाने से 2 हथगोले और 3 बारूदी सुरंगें जब्त की गईं।
जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में गुरुवार को किए गए आतंकवादी हमले में गंभीर रूप से घायल हुए 2 जवानों ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही इस हमले में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े माने जाने वाले इस नए समूह को पाकिस्तानी आतंकी की ओर से ऑपरेट किया जा रहा है। इस पाकिस्तानी आतंकवादी को उसके उपनाम ‘बाबा हमास’ के नाम से जाना जाता है।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने हमले को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारियां साझा की हैं। उन्होंने बताया कि धमाकों की आवाज सुनकर ऐसा लगा कि किसी शादी में पटाखे जलाए गए हों। हालांकि, कुछ मिनटों बाद ही साफ हो गया कि यह आतंकवादी हमला है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘इन दरिंदों को इससे क्या मिलेगा। क्या वो समझते हैं इससे यहां पाकिस्तान बनेगा? मैं पाकिस्तान के हुक्मरानों से कहना चाहता हूं कि अगर वे सच में हिन्दुस्तान के साथ दोस्ती चाहते हैं तो ये बंद करें।’
टीआरएफ का चीफ शेख सज्जाद गुल इस हमले का मास्टरमाइंड है। गुल के कहने पर ही उसके स्थानीय गुर्गों ने इस घटना को अंजाम दिया। यह पहली बार है जब कश्मीरियों और गैर-कश्मीरियों को एकसाथ निशाना बनाया गया है।
1 अक्टूबर को तीसरे चरण के चुनाव के मद्देनजर आतंकवादी समूह के खात्मे के बारे में सवाल पूछा गया। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी है और जारी रहेगा।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लेबनान के बड़े हिस्से में इजराइली हवाई हमलों में 2 सप्ताह से भी कम समय में कम से कम 1,030 लोग मारे गए हैं जिनमें 156 महिलाएं और 87 बच्चे शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि देवसर क्षेत्र के आदिगाम गांव में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। इसी दौरान उनके और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
पुलिस ने बताया कि 2 आतंकवादी मारे गए हैं और क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मारे गए आतंकवादियों की पहचान और उनके समूह का पता लगाया जा रहा है।
दूसरे चरण में कुल मतदाताओं में से 57.31 प्रतिशत मतदाता मतदान करने अपने घरों से बाहर निकले। मतदाताओं ने इस चरण में 239 उम्मीदवारों का किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद कर दिया है।
अमित शाह ने कहा, 'मैं कश्मीर का माहौल देख रहा हूं, न तो फारूक अब्दुल्ला और न ही राहुल गांधी यहां सरकार बना रहे हैं। अनुच्छेद 370 अब इतिहास का हिस्सा बन चुका है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 370 के लिए कोई जगह नहीं है।'