Israel airstrikes damaged Iran nuclear program but likely fell well short of eliminating it क्या इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह हो गए तबाह? एक्सपर्ट्स ने बताया, International Hindi News - Hindustan
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क्या इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह हो गए तबाह? एक्सपर्ट्स ने बताया

इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार त्ज़ाची हानेगबी ने स्वीकार किया कि केवल सैन्य बल से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना असंभव है। उनका कहना है कि लक्ष्य ईरान को यह समझाना है कि उसे अपना परमाणु कार्यक्रम रोकना होगा।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 June 2025 06:46 PM
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क्या इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह हो गए तबाह? एक्सपर्ट्स ने बताया

इजरायल के हवाई हमलों ने ईरान के परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह इसे पूरी तरह खत्म करने में नाकाम रहा। नतांज में ईरान के मुख्य परमाणु ईंधन स्थल पर सतह की सुविधाओं को नष्ट किया गया, लेकिन यूरेनियम संवर्धन के लिए भूमिगत हॉल अभी भी सुरक्षित हैं। इजरायल के लिए अगला कदम इस्फहान और फोर्डो जैसे अन्य स्थलों पर हमलों के नतीजों पर निर्भर करेगा, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम का अहम हिस्सा हैं। इन हमलों ने 9 प्रमुख वैज्ञानिकों को भी मार डाला, जो ईरान के परमाणु से जुड़े सपनों के लिए अहम थे।

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ईरान ने हमलों के जवाब में शुक्रवार शाम को सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोनों से इजरायली शहरों को निशाना बनाया। विशेषज्ञों का मानना है कि सतह पर सुविधाओं को नष्ट करने से ईरान का परमाणु कार्यक्रम धीमा हो सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह रोकना मुश्किल है। इस्फहान यूरेनियम को परमाणु ईंधन में बदलने का एकमात्र केंद्र है। अगर यह नष्ट हो जाए तो ईरान की नई यूरेनियम आपूर्ति रुक सकती है। हालांकि, फोर्डो जैसे भूमिगत स्थल को नष्ट करना केवल अमेरिका के बंकर-बस्टर बमों से ही संभव है, जो इजरायल के पास नहीं हैं।

इजरायल क्या देना चाहता है संदेश

इन हमलों ने अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए होने वाली कूटनीतिक वार्ताओं पर सवालिया निशान लगा दिया है। रविवार को छठे दौर की बातचीत तय थी, लेकिन अब इसके होने की संभावना कम है। विशेषज्ञों का कहना है कि हमलों के कारण संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को ईरान के परमाणु स्थलों तक पहुंच नहीं मिलेगी, जिससे यह निगरानी करना मुश्किल हो जाएगा कि ईरान अपने 400 किलोग्राम उच्च-संवर्धित यूरेनियम का उपयोग कैसे करता है। यह मात्रा आसानी से छिपाई जा सकती है और हथियार बनाने के लिए इस्तेमाल हो सकती है। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार त्ज़ाची हानेगबी ने स्वीकार किया कि केवल सैन्य बल से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना असंभव है। उनका कहना है कि लक्ष्य ईरान को यह समझाना है कि उसे अपना परमाणु कार्यक्रम रोकना होगा।

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