भारत सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर को शून्य कर दिया है। यह निर्णय 18 सितंबर से लागू होगा। इससे पहले, यह कर 31 अगस्त से 1,850 रुपये प्रति टन था। डीजल, पेट्रोल और विमान...
मई 2022 में कच्चे तेल की कीमत 109.51 डॉलर प्रति बैरल थी , जो अब घटकर 72.48 डॉलर तक आ गई हैं। इस लिए पेट्रोल में और डीजल में 6-7 रुपये की कटौती की उम्मीद है।
कच्चे तेल के दाम मार्च 2024 के बाद से 20 फीसदी गिरकर 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गए हैं। भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी कटौती की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, पेट्रोल में 10 रुपये...
मार्च 2024 के बाद कच्चे तेल के दाम 20 फीसदी गिरकर 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गए हैं, जिससे भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती की संभावना है। चीन से मांग कम होने और वैश्विक बाजार में गिरावट...
कच्चे तेल की कीमतें मार्च 2024 के बाद 20% गिरकर 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। इससे भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की संभावना बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि पेट्रोल में 10...
कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट के कारण जुलाई में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रह गई है। हालांकि, यह जून के 5.1 प्रतिशत से अधिक है। चालू वित्त वर्ष के पहले चार...
अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के जवाब में इन देशों ने रूस के तेल खरीद लगभग बंद कर दी है।
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) ने एक रिपोर्ट में कहा कि चीन ने रूस के कच्चे तेल निर्यात का 47 प्रतिशत खरीदा, उसके बाद भारत (37 प्रतिशत), यूरोपीय संघ (सात प्रतिशत) और तुर्किये (छह प्रतिशत) रहा। सिर्फ तेल ही नहीं, बल्कि चीन और भारत ने रूस से कोयला भी खरीदा है।
LPG, ATF Price Today: भारत ने घरेलू स्तर पर उत्पादित पेट्रोलियम कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 7,000 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,600 रुपये प्रति टन कर दी है। वहीं, सरकार ने ATF की कीमत दिल्ली में 3,006.71 रुपये बढ़ाकर 97,975.72 रुपये प्रति किलोलीटर कर दी है।
RIL Share Price Today: सेंसेक्स पर रिलायंस एक फीसद से अधिक बढ़त के साथ 3005 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा था। दरअसल रिलायंस को वेनेजुएला से कच्चे तेल के आयात को फिर से शुरू करने के लिए अमेरिकी मंजूरी मिल गई है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर आज तेल रिफाइनरी कंपनियों के शेयरों में देखने को मिला है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयरों में 7 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली है।
Windfall Tax: डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर एसएईडी को शून्य पर बरकरार रखा गया है। कच्चे तेल पर Windfall Tax को बुधवार यानी आज से 9,600 रुपये प्रति टन से घटाकर 8,400 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
wholesale inflation: थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल से अक्टूबर तक लगातार शून्य से नीचे बनी हुई थी। नवंबर में यह 0.26 प्रतिशत थी। दिसंबर, 2022 में यह 5.02 प्रतिशत के स्तर पर थी।
विंडफॉल टैक्स (windfall tax news) में इजाफा किया गया है। सरकार की तरफ से गुरुवार को साझा की गई जानकारी के अनुसार पेट्रोलियम क्रूड पर अब प्रति मैट्रिक टन 4600 रुपये का विंडफॉल टैक्स लगेगा।
Petrol Diesel Price: तीन राज्यों में जीत, 2024 में जीतने की 'मोदी की गारंटी' और काबू में कच्चा तेल। इन तीन अच्छी खबरों के बावजूद क्या 2024 के चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के रेट कम होंगे?
Petrol-Diesel-Crude Price Updates: ब्रेंट क्रूड वायदा 74.30 डॉलर प्रति बैरल पर और यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड वायदा 69.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। इससे पेट्रोल-डीजल के रेट कम होमें की उम्मीद बढ़ गई है
भारत ने पिछले साल एक जुलाई को पहली बार घरेलू पेट्रोलियम उत्पादों पर विंडफॉल टैक्स कर लगाया था। यह उन देशों में शामिल हो गया है जो ऊर्जा कंपनियों के अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाते हैं।
Windfall tax Updates: विमान ईंधन एटीएफ पर शुल्क 2.5 रुपये प्रति लीटर से घटाकर एक रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। पेट्रोल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क पहले की तरह शून्य बना रहेगा।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल खरीददार देश है। 2022 में मास्को पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बाद भारत ने समुद्री रास्ते से रूसी तेल की खरीद की थी। उस वक्त रूस ने कम कीमत पर कच्चा तेल बेचा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ओपेक प्लस देशों खासकर सऊदी अरब से कम ऊर्जा लागत सुनिश्चित करने और कोविड महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था की मदद के लिए तेल उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया है।
बता दें कि कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को 10000 रुपये से बढ़ाकर 12000 रुपये प्रति टन कर दिया है। ये नई दरें 30 सितंबर 2023 से लागू होंगी। इसका असर ग्राहकों पर नहीं बल्कि तेल कंपनियों पर पड़ने वाला है।
आपको बता दें कि देश में विंडफॉल टैक्स सबसे पहले एक जुलाई, 2022 को लगाया गया था। यह टैक्स ऐसी कंपनियों या इंडस्ट्री पर लगाया जाता है जिन्हें किसी खास तरह के हालात से तत्काल काफी फायदा होता है।
ब्रेंट क्रूड इस साल पहली बार 94 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। ब्रेंट क्रूड का नवंबर वायदा 94.15 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। वहीं, डब्ल्यूटीआई क्रूड का दाम 90.77 डॉलर प्रति बैरल हो गया है।
भारत की बढ़ती चिंता: रूसी कच्चे तेल के उत्पादन कम होने से वैश्विक बाजार में उपलब्ध तेल की मात्रा भी कम हो गई है। ईरानी और वेनेजुएला के तेल के बंद होने से दुनिया में तेल की कमी हो रही है(
कंपनी 'वॉर्टेक्सा' के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में भारत ने रूस से प्रतिदिन 14.6 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदा। इससे पिछले महीने भारत ने रूस से प्रतिदिन 19.1 लाख बैरल तेल खरीदा था।
Petrol Price: कच्चे तेल की कीमत एक साल पहले की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक नीचे आ चुकी है। वहीं पेट्रोलियम कंपनियों ने इस दौरान दाम नहीं घटाए हैं। तेल कीमतों में मई, 2022 से कोई बदलाव नहीं हुआ है।
Russian Crude Oil: रूस से कच्चा तेल खरीद कर भारतीय रिफाइनरी कंपनियों 14 महीनों में कम से कम 7.17 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा बचाई। भारत में 2022 में रूसी तेल का आयात दस गुना बढ़ गया।
भारतीय रिफाइनरी कंपनियों से रूस पश्चिम द्वारा लगाए गए 60 डॉलर प्रति बैरल की मूल्य सीमा से कम की कीमत वसूल रहा है। लेकिन वह कच्चे तेल के परिवहन के लिए 11 से 19 डॉलर प्रति बैरल की कीमत वसूल रहा है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा, 'अगर अंतरराष्ट्रीय स्थिति स्थिर रहती है, तो मैं आपकी बात से सहमत हूं। साथ ही अगली तिमाही में कीमतें कम होने की संभावना है।'
वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 4.8% तक गिर गया। यह 71 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया। इजराइल के हारेत्ज सहित क्षेत्रीय मीडिया ने कहा कि ईरान और अमेरिका ने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत में प्रगति की है।