KP.2: FLiRT की खास बात है कि इसमें पिछले संक्रमण या वैक्सीन से मिली इम्युनिटी से बचने की क्षमता है। फिलहाल, जानकार इसपर गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं, लेकिन कोई खास चिंता जाहिर नहीं कर रहे हैं।
अमेरिका में कैंडिडा ऑरिस नाम के फंगल इन्फेक्शन के कई मामले सामने आए हैं। यह इन्फेक्शन साइलेंट किलर का काम करताहै। कई बार बिना गंभीर रूप से बीमार किए यह संक्रमण फैलता रहता है।
कोरोना के नए वैरिएंट की बढ़ती चिंता के बीच उत्तराखंड में जेएन.1 वैरिएंट का पहला केस मिला है। दून अस्पताल में 5 दिन तक भर्ती रही 72 वर्षीय महिला की जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच में पुष्टि हुई है।
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक बार फिर से कोविड ने तेजी से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, ज्यादा संक्रमित मरीज नए गुरुग्राम के इलाकों से मिल रहे हैं।
बिहार में पिछले दिनों में अब तक दो दर्जन से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। मुजफ्फरपुर में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या चार हो गई है। पटना, गया और दरभंगा में भी संक्रमित सामने आ चुके हैं।
बिहार में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब गया में तीन पॉजिटिव केस पाए गए हैं। तीनों की उम्र 20 साल से कम है।
Covid-19 Cases: देश में इस साल 19 मई के बाद से एक दिन में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के ये सबसे अधिक मामले हैं। इससे पहले देश में 19 मई 2023 को संक्रमण के 865 नए मामले दर्ज किए गए थे।
केरल पर भी कोरोना की मार पड़ती दिख रही है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड संक्रमण के 409 केस मिले। देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 4,170 हो गई है जिसमें अकेले केरल से 3,096 मामले हैं।
Delhi Coronavirus Cases: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इस बीच देश के सबसे मशहूर अस्पताल दिल्ली एम्स ने कोरोना मरीजों के लिए बेड रिजर्व कर दिए हैं।
यूपी में लखनऊ के बाद अब गोरखपुर में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। एम्स में डॉक्टर और उनके परिवार के दो सदस्य कोरोना संक्रमित मिले। इनके नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ भेजा जाएगा।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मामला केरल से सामने आया था। यहां बीते दिन में सबसे अधिक सक्रिय मामले 128 दर्ज किए गए और इस तरह कुल संख्या 3,000 को पार कर गई।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के 'जेएन.1' स्वरूप के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' करार दिया है। डब्यूएचओ ने साथ ही कहा कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है।
दिल्ली में कोरोना के पांच नए मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि नया वैरिएंट जेएन.1 तेजी से फैल रहा है। यह वैरिएंट कितना खतरनाक जानें एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की जुबानी...
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक सामने आए कोविड-19 के मामलों की कुल संख्या 4.50 करोड़ हो गई है।
Covid Cases Update: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कोविड-19 के मामलों की संख्या 4.50 करोड़ है। केरल में एक और मरीज की मौत होने के कारण मृतकों की संख्या 5,33,328 हो गयी है
अधिकारी ने बताया, 'यह कोविड सर्विलांस को लेकर उठाए गए कदमों का हिस्सा है और इससे जुड़े प्रयास देश भर में किए जा रहे हैं। सभी RT-PCR पॉजिटिव सैंपल्स को INSACOG लेबोरेटरी भेजने की जरूरत है।'
वीडियो में डॉक्टर जगदीश चतुर्वेदी ने बेहद मजाकिया अंदाज में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट जेएन.1 के सिंप्टम के बारे में बताया है। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर ICMR ने एडवाइजरी जारी की है और टेस्टिंग की अपील की है। संस्था का कहना है कि 60 साल से अधिक आयु के लोग और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
भारत में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट मिलने के बाद बिहार सरकार ने सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है। अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
केरल में कोरोना के नए मामले चिंता का कारण बने हुए हैं। एक दिन में ही केरल में कोरोना के 115 नए मामले पाए गए हैं। राहत की बात है कि पिछले 24 घंटे में किसी की मौत नहीं हुई है।
देश में बढ़ते कोरोना के मामलों और कोविड के जेएन.1 वैरिएंट के सामने आने के बीच चीनी निमोनिया की आहट कितनी खतरनाक है। इस पर क्या है विशेषज्ञों की राय जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
चीन में युवाओं को शिकार बना रहे रहस्यमयी बुखार और निमोनिया को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट किया है। इसके बाद से राज्य सरकारें भी एहतियात बरत रही हैं। कोरोना नियम मानने की अपील की गई है।
सर्दियां बढ़ते ही अमेरिका और चीन में एक बार फिर कोरोना रफ्तार पकड़ रहा है। अमेरिका में लोगों के अस्पताल मेंभर्ती होने की दर तेजी से बढ़ी है। हालांकि भारत में इसका खतरा नहीं बताया गया है।
इंग्लैंड, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में भी यह पाया गया। आज के अन्य प्रमुख कोविड स्ट्रेन जैसे XBB.1.5 और HV.1 की तुलना में इस वेरिएंट में भारी अंतर से वैज्ञानिक विशेष रूप से आश्चर्यचकित हैं।
आजकल हर जगह डिजीज एक्स की चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि कोरोना से भी गंभीर महामारी आने वाली है। हालांकि अभी यह केवल एक कल्पना है जिसका कोई पैथोजन अस्तित्व में नहीं है।
इन दिनों देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस तेजी से फैल रहा है और इसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि बदलते मौसम की वजह से वायरस ज्यादा प्रभावी है।
कोरोना के नए वेरिएंट बीए.2.86 को लेकर वैज्ञानिक चिंता में हैं। रिसर्च के मुताबिक इसके कुछ गुण ओमिक्रोन से मिलते हैं। ऐसे में संभव है कि ओमिक्रोन के शुरुआती चरण में ही इसका जन्म हो गया हो।
एसबीए के कार्यवाहक सहयोगी प्रशासक बेली डेविस ने कहा कि इंस्पेक्टर जनरल के नजरिए में गंभीर खामियां दिखती हैं, जो इस संभावित धोखाधड़ी को काफी हद तक बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती नजर आ रही है।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने एक देसी टेस्ट किट विकसित की है जो कि इन्फ्लुएंजा ए, बी और कोविड 19 की जांच एक साथ कर सकता है। इसके लिए एक ही सैंपल की भी जरूरत होगी।
कोरोना संक्रमण ने फिर अपनी चाल बदल ली है। इस साल पॉजिटिव मिल रहे 95 फीसदी लोगों में डेंगू बुखार जैसे लक्षण मिल रहे। शुरूआत में डेंगू बुखार का संदेह रहा, लेकिन जांच रिपोर्ट में कोविड की पुष्टि हुई।