Chaiti Chhath 2025: इस माह मनाए जाने वाले छठ की महत्ता कहीं अधिक है। चैत्र नवरात्र के मध्य में यह छठ पूजा मनायी जाती है। यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर सप्तमी तिथि तक चलता है।
Chaiti Chhath 2025: चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ मनाने की परंपरा है, जिसका आरंभ नहाय-खाय के साथ होता है। मान्यताओं के अनुसार, चैती छठ व्रत रखने और सूर्य देव की उपासना करने से परिवार की सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Kab hai Chaiti Chhath 2025: पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाने की परंपरा है। इस व्रत का आरंभ नहाय-खाय के साथ होता है और लगातार 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखने के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रती पारण करते हैं।
छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं:आप भी इस पावन मौके पर आप भी सोशल मीडिया पर ये शुभकामना संदेश और सूर्य भगवान से सभी की सुख-समृद्धि की कामना करें।
जमुई के रहने वाले आईपीएस अफसर कुमार आशीष ने फ्रेंच भाषा में छठ महापर्व के महत्व और विस्तार से पूजा के बारे में जो लिखा, उसके जरिए इस पर्व की गूंज आज 54 फ्रेंच भाषी देशों तक पहुंच रही है।
छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय के दौरान भागलपुर के पीरपैंती में गंगा घाट पर एक लड़की समेत चार किशोर डूब गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। नदी में डूब रही लड़की को बचाने के चक्कर में दो अन्य लड़कों की भी जान चली गई।
नालंदा जिले के नूरसराय थाना इलाके में छठ घाट की ग्रामीणों के साथ सफाई करा रहे 12 साल के बच्चे की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मृतक अनमोल ननिहाल में पढ़ाई करता था। और छठ पर गांव आया था।
Chhath Puja 2024: छठ पूजा का पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। चार दिवसीय इस पर्व की शुरुआत चतुर्थी तिथि से होती है। आज छठ पर्व का पहला दिन नहाय खाय है। जानें कब दिया जाएगा भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य-