डीएम ने कहा कि स्पष्ट है कि अन्य क्षेत्र की भर्ती निरस्त होने से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के यहां आने से यह स्थिति पैदा हुई। उधर, मामले में सेना का पक्ष जानने की भी कोशिश की गई पर किसी सक्षम अधिकारी से संपर्क नहीं हुआ।
आतंकवाद से प्रभावित जम्मू-कश्मीर के नौजवानों में देश सेवा के जज्बे की भी कमी नहीं है। यहां के नौजवानों में सेना में भर्ती होने का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार पिछले तीन सालों...
सेना में जवानों की भर्ती के लिए गढ़वाल और कुमाऊं रेजीमेंट की ओर से तारीख तय कर दी गई। कुमाऊं रेजीमेंट की भर्ती रैली 26 फरवरी, जबकि गढ़वाल रेजीमेंट की भर्ती रैली तीन अप्रैल से शुरू होगी। हालांकि, गढ़वाल...