Agniveer recruitment rally: सेना भर्ती कार्यालय, वाराणसी की ओर से चार अगस्त से 21 अगस्त तक छावनी स्थित रणबांकुरे स्टेडियम में अग्निवीर सेना भर्ती रैली होगी। इसमें वे उम्मीदवार भाग लेंगे.
काराकोरम पर्वत श्रृंखला में 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्य क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है।
Agniveer Army: थल, जल और नभ सेना तीनों में यही प्रक्रिया अपनाई गई है। सेनाओं में अग्निवीरों के पहले बैच आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार योजना में सुधारों को लेकर अनेक सुझाव सेनाओं की ओर से मिले हैं।
अब अग्निवीर योजना का भी दायरा बढ़ा दिया गया है। तकनीकी क्षेत्र में पढ़ाई करने वाले युवाओं को इन भर्तियों में वेटेज दिया जाएगा। आईटीआई और पॉलीटेक्निक भी इसमें शामिल होगा।
अग्निवीर योजना के तहत पहले बैच की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले बैच को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया और बधाई दी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।
Agniveer Jobs: सेना में अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग एक जनवरी से शुरू हो चुकी है और दूसरा बैच एक मार्च से आएगा। इस बीच अग्निवीरों के दूसरे करियर के लिए भी सेना ने पूरी तैयारियां कर ली है।
कार्यकर्ता द्वारा फाइल की गई आरटीआई के आधार पर मांगी गई जानकारी के जवाब में रक्षा मंत्रालय का यह जवाब सामने आया है। इसमें यह बताया गया कि अस्वीकार करने का कारण पारदर्शिता कानून के तहत नहीं आता है।
युवक को उस समय हार्ट अटैक आ गया जब वह सेना भर्ती के लिए अपनी तैयारी कर रहा था। वह युवक अपने जूते का फीता बांधने के लिए झुका हुआ था।
गौरतलब है कि पहली बार अग्निपथ भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश से अग्निपथ योजना के तहत वायु सेना के 3500 पदों पर भर्ती की जाएगी। इस परीक्षा में सभी प्रश्न 12वीं स्तर के हैं।