Notification Icon
Hindi Newsराजस्थान न्यूज़rajsthan former minister sunderlal died at the age of 92 in jaipur

7 बार विधायक और राजस्थान के पूर्व मंत्री रह चुके सुंदरलाल का निधन, शेखावटी में था मजबूत जनाधार

राजस्थान के पूर्व मंत्री सुंदरलाल का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर रात करीब 2:40 मिनट पर निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। सुंदरलाल ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में अंतिम सांस ली।

Subodh Kumar Mishra लाइव हिन्दुस्तान, वार्ता, जयपुरFri, 13 Sep 2024 02:31 PM
share Share

राजस्थान के पूर्व मंत्री सुंदरलाल का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर रात करीब 2:40 मिनट पर निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। सुंदरलाल ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 15 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने अपने पीछे छह पुत्र और तीन पुत्रियों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।

उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को उनके पैतृक गांव कलवा में किया गया। उनके पुत्रों ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से मंत्री सुमित गोदारा, जिला कलेक्टर रामावतार मीणा, जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के साथ पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी सहित बड़ी संख्या में आमजन उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

दिवंगत सुंदरलाल का जन्म 22 अगस्त 1933 को झुंझुनू जिले के बुहाना तहसील के कलवा गांव में हुआ था। पूर्व मंत्री सुंदरलाल ने 22 अगस्त को ही अपना 92वां जन्मदिवस मनाया था। उन्होंने कुल 10 बार विधानसभा चुनाव लड़ा, जिनमें 7 बार विधायक चुने गए जबकि 3 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वह 5 बार सूरजगढ़ और 2 बार पिलानी सीट से विधायक चुने गए। वह 1998 में भैंरोसिंह शेखावत की सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री भी रहे थे।

उससे पूर्व कांग्रेस की हरिदेव जोशी सरकार में वह संसदीय सचिव एवं वसुंधरा राजे की सरकार में उन्हें दो बार अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया था। वह कांग्रेस की टिकट पर पहली बार 1972 में सूरजगढ़ से विधायक चुने गए। सुंदरलाल कुल 7 बार विधायक बने जिसमें 2 बार कांग्रेस, 2 बार निर्दलीय एवं 3 बार भाजपा से जीते थे। वह राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के झुंझुनूं जिलाध्यक्ष भी रह चुके थे।

शेखावटी में सुंदरलाल जनाधार वाले नेता माने जाते थे। वह क्षेत्र के अकेले ऐसे नेता थे जो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों से विधायक चुने गए। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले झुंझुनू जिले में भाजपा को मजबूत करने का श्रेय सुंदरलाल को ही जाता है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें