आने वाले वक्त में हो सकता है कि आप किसी इमारत में रहने के लिए जमीन पर न उतरें, बल्कि आसमान की ऊंचाइयों में झूलती किसी बिल्डिंग में कदम रखें। Photo Credit: cloudsao.com
न्यूयॉर्क की आर्किटेक्चरल फर्म Clouds Architecture Office ने एक ऐसा अद्भुत और कल्पनातीत गगनचुंबी टावर का डिजाइन पेश किया है, जो धरती पर खड़ा नहीं होगा, बल्कि एक एस्टेरॉइड से लटकता हुआ अंतरिक्ष में हवा में झूलता रहेगा। इस परियोजना का नाम है अनालेमा टॉवर रखा जाएगा। Photo Credit: cloudsao.com
यह टावर किसी सामान्य आधार पर आधारित नहीं होगा, बल्कि इसे धरती के चारों ओर जियोसिंक्रोनस कक्षा में घूमते हुए एक एस्टेरॉइड से हाई-स्ट्रेंथ केबल्स के जरिए लटकाया जाएगा। Photo Credit: cloudsao.com
यह टावर उल्टा लटका होगा और धीरे-धीरे पृथ्वी के चारों ओर ‘फिगर 8’ पैटर्न में घूमेगा। इसकी गति उस समय सबसे कम होगी जब यह अपने पथ के ऊपरी और निचले हिस्से में होगा, जिससे टावर के रहने वाले लोग पृथ्वी की सतह से संपर्क भी कर सकें। Photo Credit: cloudsao.com
फर्म की वेबसाइट के मुताबिक, अनालेमा टावर एक यूनिवर्सल ऑर्बिटल सपोर्ट सिस्टम (UOSS) पर आधारित है, जो परंपरागत स्पेस एलिवेटर की तकनीक को आगे बढ़ाता है। इस प्रणाली में, एक बड़ा एस्टेरॉइड पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया जाएगा और वहां से केबल नीचे लटकाकर टावर को उससे जोड़ा जाएगा। Photo Credit: cloudsao.com
यह टावर जमीन पर कहीं भी बनाकर फिर इसे हवा में स्थापित किया जा सकेगा। इसका प्राथमिक स्थान दुबई प्रस्तावित है, जो ऊंची इमारतें बनाने में पहले ही विश्व प्रसिद्ध है। टावर को ऊर्जा अंतरिक्ष में स्थापित सोलर पैनलों से मिलेगी जो धरती के वातावरण की रुकावट से ऊपर होंगे और दिन-रात लगातार सूर्य की रोशनी में रहेंगे। Photo Credit: cloudsao.com
पानी के लिए इसमें एक रिसाइक्लिंग सिस्टम होगा जो बारिश और बादलों से नमी इकट्ठा करके उसे साफ करेगा। इस टावर में नई तकनीक के बिना केबल वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एलिवेटर होंगे, जिससे ऊंचाई की कोई सीमा नहीं रह जाएगी। Photo Credit: cloudsao.com