मकर संक्रांति पर स्नान और दान का महत्व माना गया है। आमतौर पर लोग गंगा स्नान आदि के लिए जाते रहे हैं। ऐसे में महाकुंभ का मौका था तो ज्यादा से ज्यादा लोगों की इच्छा रही कि संगम में ही स्नान किया जाए। यही वजह रही कि सुबह ही एक करोड़ से ज्यादा लोग स्नान करने पहुंच गए।
पंचायत निर्वाणी अखाड़ा के नागा साधुओं ने भी स्नान किया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। हर हर गंगे और हर हर महादेव के नारों के साथ संतों और आम लोगों ने स्नान किया।
हाथों में तलवार, त्रिशूल लिए और शरीर पर भभूत लगाए करीब 2000 नागा साधुओं ने गंगा की धारा में अमृत स्नान किया।
महाकुंभ में अब तीसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर होगा। उस दिन भी बड़ी संख्या में लोगों के महाकुंभ पहुंचने की संभावना है।
मंगलवार को सुबह से ही लाखों श्रद्धालु गंगा के तटों पर पहुंचने लगे और सभी में होड़ थी कि सूर्योदय से पहले या उसके पास ही गंगा स्नान कर लिया जाए।
गृहस्थ भी बड़ी संख्या में महाकुंभ पहुंचे हैं और मकर संक्रांति के मौके पर मां गंगा में स्नान किया तो सूर्य देव को अर्घ्य भी देकर लौटे।
नागा साधुओं को देखने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए भी महाकुंभ में उनके टेंटों में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
गंगा स्नान के मौके पर श्रद्धालु भक्ति गीतों पर डांस करते भी दिखे।
बता दें कि करीब 12 किलोमीटर के दायरे में महाकुंभ का मेला लगा है। संगम समेत कई स्थानों पर घाट बनाए गए हैं, जहां पूरी सुरक्षा की गई है ताकि लोग सुविधा के साथ स्नान कर सकें।