अगर आप भी लंबे समय से बेबी प्लान कर रहीं हैं लेकिन हमेशा असफल होती हैं तो आपको कुछ बातों को जानना चाहिए जो कंसीव करने में आपके लिए बाधा बन रही हैं।
अगर महिला की यूटरस का आकार नॉर्मल नहीं है तो कंसीव करने में समस्या हो सकती है। अगर यूटरस का आकार सही नहीं है तो वह फर्टिलाइज अंडे को कोई जगह नहीं देता है, जिसकी वजह से गर्भधारण में रुकावट आती है।
फाइब्रॉएड कंसीव न करने के प्रमुख कारणों में से एक है। यूटरस में फाइब्रॉएड के कारण फर्टिलाइज अंडे की जगह पर असर हो सकता है।
कम स्पर्म संख्या और असामान्य स्पर्म गति या आकार के कारण पुरुषों में बांझपन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा डायबिटीज, भारी शराब पीना और धूम्रपान जैसी स्थितियां भी पुरुषों में बांझपन की समस्या को बढ़ा सकता है।
रिपोर्ट्स कहती हैं कि जीवन में तनाव के कारण एक महिला की प्रजनन क्षमता कम हो सकती है। तनाव महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है।
उम्र के साथ-साथ आपकी प्रजनन क्षमता बदल जाती है। जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, अंडे की मात्रा और क्वालिटी कम हो जाती है। एक महिला के शरीर में अंडे खोने की दर 37 साल की उम्र के आसपास बहुत तेज हो जाती है। ऐसे में कंसीव करना मुश्किल हो जाता है। वहीं पुरुषों के मामले में, 40 के बाद प्रजनन क्षमता कम होने लगती है।
महिला सेक्स हार्मोन कंसीव करने में जरूरी होते हैं। हार्मोन इंबेलेंस की वजह गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है।
आपकी खराब लाइफस्टाइल के कारण प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। ऐसे में हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना बेहद जरूरी है।