भारत की संविधान सभा ने 26 दिसंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया, इसके बाद 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इसलिए उस दिन से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
26 जनवरी, 1930 को पहली बार पूर्ण स्वराज कार्यक्रम मनाया गया था। इस कार्यक्रम में ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने का संकल्प लिया गया था।
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान एक ईसाई धुन बजाई जाती है, जिसका नाम "एबाइड विद मी" है यह धुन महात्मा गांधी की पसंदीदा धुनों में से एक थी।
भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो थे।
वर्ष 1955 में दिल्ली में राजपथ पर पहला गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित किया गया था। जिसे अब 'कर्तव्य पथ' के नाम से जाना जाता है।
भारत के गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति को 31 तोपों की सलामी दी जाती है।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस के समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो होंगे।
भारत के संविधान को बनने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है।