सनातन धर्म में आश्विन मास की पूर्णिमा बहुत खास मानी गई है। इस पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा या आश्विन पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजन का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात को कुछ उपायों को करने से जीवन में धन संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। मान्यता है कि इन उपायों को करने से जीवन में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। जानें शरद पूर्णिमा के उपाय-
शरद पूर्णिमा की रात को एक बर्तन में खीर खुले आसमान के नीचे रखनी चाहिए। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा से अमृत वर्षा होती है। इस खीर का अगले दिन सेवन करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
शरद पूर्णिमा की शाम को मां लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो के समक्ष पांच घी के दीये जलाएं। इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए ‘ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा से धन संबंधी परेशानी दूर होती हैं।
शास्त्रों के अनुसार, हर पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसे में इस दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करना व परिक्रमा करना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
सुखद वैवाहिक जीवन के लिए पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी को चंद्रदेव को दूध का अर्घ्य देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।
पूर्णिमा के दिन विष्णु लक्ष्मी मंदिर जाकर दर्शन करने चाहिए व मां लक्ष्मी से घर पर स्थाई वास की प्रार्थना करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
शरद पूर्णिमा के दिन शाम को मां लक्ष्मी को पूजन के समय मखाना या मखाने से बनी खीर अर्पित करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने मां लक्ष्मी का घर पर आगमन होता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।