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गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू से मौत, मेदांता में 70 साल की बुजुर्ग महिला ने ली अंतिम सांस; प्रयागराज की रहने वाली थी महिला

गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू से पीड़ित एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है। 70 साल की महिला ने मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसे बीते हफ्ते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टर की देखरेख में इलाज चल रहा था।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गुरुग्रामSat, 14 Sep 2024 02:01 AM
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गुरुग्राम में स्वाइन फ्लू से पीड़ित 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बीते सप्ताह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टर की देखरेख में इलाज चल रहा था, लेकिन नौ सितंबर को मौत हो गई। महिला की रिपोर्ट के अनुसार महिला स्वाइन फ्लू से पीड़ित होने के साथ उच्च रक्तचाप और मधुमेह से भी पीड़ित थी।

महिला मूलरूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली थी। वह गुरुग्राम में इलाज करवाने के लिए आई थीं। सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि अस्पताल से जानकारी मिलने के बाद प्रयागराज के स्वास्थ्य विभाग को जानकारी भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि महिला स्वाइन फ्लू के साथ उच्च रक्तचाप और मधुमेह के रोग से भी पीड़ित थी।

घबराने की जरूरत नहीं

सिविल सर्जन डॉ.वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिले में स्वाइन फ्लू का अभी तक कोई मरीज नहीं है और न ही कोई संदिग्ध मरीज मिला है। जिले में स्थिति सामान्य है। नागरिक अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू से निपटने के पर्याप्त इंतजाम हैं। शहरवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग सक्रिय होकर काम रहा है। निजी अस्पतालों से भी समन्वय बनाया हुआ है और कोई भी मरीज आता है,तो उनकी जानकारी देने के भी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए है।

बचाव के लिए टीका उपलब्ध

स्वाइन फ्लू एक वायरस के कारण होने वाला संक्रमण है। एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है। लोगों में स्वाइन फ्लू के लक्षण आम मानव फ्लू के लक्षणों के समान ही होते हैं और इसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान शामिल हैं। स्वाइन फ्लू को रोकने या उसका इलाज करने के लिए आप एंटीवायरल दवाएं ले सकते हैं। बचाव के लिए एक टीका उपलब्ध है।

इन बातों को रखें ध्यान

खांसते या छींकते समय अपने नाक और मुंह को टिशू से ढकें। इस्तेमाल करने के बाद टिशू को कूड़ेदान में फेंक दें। अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं, खास तौर पर खांसने या छींकने के बाद। आप अल्कोहल-आधारित हैंड क्लीनर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अपनी आंखें, नाक या मुंह को छूने से बचें। बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से बचने का प्रयास करें।

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