जेवर में दो साल बाद भी मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल का काम शुरू नहीं हो पाया
नोएडा में जेवर में 100 बेड का मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल का निर्माण दो साल बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। जमीन विवाद के कारण कई बार काम रुका है। ट्रॉमा सेंटर का निर्माण तैयार है, लेकिन अस्पताल का निर्माण...

नोएडा, प्रमुख संवाददाता। दो साल बाद भी जेवर में 100 बेड का मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल शुरू नहीं हो पाया है। इसका कारण जमीन विवाद है। कई बार निर्माण एजेंसी ने काम शुरू किया, लेकिन किसानों से बंद करा दिया। जेवर में 100 बेड का मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल का निर्माण जून 2023 से शुरू होना था, लेकिन जमीन विवाद के कारण शुरू नहीं हो पाया। वहीं इसके आगे के हिस्से में 10 बेड का ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार है। अस्पताल के निर्माण स्थल को लेकर जमीन विवाद है। किसानों का कहना है कि मुआवजा, सहित कई अन्य तकनीकी दिक्कत है। पिछले साल अप्रैल महीने और इस साल मार्च महीने में निर्माण एजेंसी की टीम काम की शुरुआत के लिए गई थी, लेकिन किसानों से काम बंद करवा दिया था।
काम शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यमुना प्राधिकरण को पत्र लिखा है। ताकि जल्द से जल्द निर्माण शुरू हो सके। कई किसान जमीन विवाद मामले की याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस क्षेत्र में एकीकृत विकास के लिए जमीन अधिग्रहण की वैधता को सही माना था। बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल का काम रुका हुआ है। निर्माण एजेंसी ने कई बार इसे शुरू करने का प्रयास किया, लेकिन निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। भवन तैयार होने के बाद स्वास्थ्य विभाग का काम शुरू होगा। निर्माण में लगभग 49 करोड़ खर्च होने हैं जेवर में 100 बेड के मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल और ट्रामा सेंटर के निर्माण पर 48.64 करोड़ रुपये खर्च होना है। ट्रॉमा सेंटर और अस्पताल का निर्माण जनवरी 2025 तक होना था, लेकिन विवाद सहित अन्य कारणों से ऐसा नहीं हो सका है। कुल बजट में से 45.34 करोड़ रुपये 100 बेड के अस्पताल पर और 3.30 करोड़ रुपये ट्रामा सेंटर के निर्माण पर खर्च होने हैं। दस बेड का ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार दस बेड के ट्रॉमा सेंटर का भवन बनकर तैयार है। भवन में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने यहां के लिए डॉक्टर, मानव संसाधन, मशीन, उपकरण आदि की उपलब्धता के लिए शासन को पत्र लिखा है। शासन की ओर से इस बारे में दिशा-निर्देश आने के बाद ट्रॉमा सेंटर शुरू कर दिया जाएगा। जून महीने में इसके शुरू होने की पूरी उम्मीद है। हालांकि मल्टीस्पेश्यलिटी अस्पताल का निर्माण के अटकने से जेवर और आसपास के मरीजों को अभी कुछ दिन और इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों पर निर्भर रहना होगा। निर्माण शुरू होने के एक साल बाद भवन बनकर पूरी तरह से तैयार होगा।
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