यूरोप-अफ्रीका तक फैला है पोर्न वीडियोज का नेटवर्क, नोएडा के पति-पत्नी कंपनी बना चला रहे थे गैंग
अश्लील वेबसाइट के लिए पोर्न कंटेंट मुहैया कराने वाले नोएडा से संचालित गैंग के मामले में ईडी की टीम को अहम जानकारी मिली है। ऑडिशन के नाम पर महिला मॉडलों को बुलाकर अश्लील कंटेंट बनाने वाले धंधे का नेटवर्क साइप्रस के अलावा यूरोप और अफ्रीका के कई देशों में फैला है।

अश्लील वेबसाइट के लिए पोर्न कंटेंट मुहैया कराने वाले नोएडा से संचालित गैंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम को अहम जानकारी मिली है। नोएडा सेक्टर-105 के सी ब्लॉक की जिस कोठी से दंपती गिरफ्तार किए गए, वह दिल्ली के एक डॉक्टर की है। आरोपी दंपती ने इसे किराये पर लिया हुआ था। वहीं, ऑडिशन के नाम पर महिला मॉडलों को बुलाकर अश्लील कंटेंट बनाने वाले धंधे का नेटवर्क साइप्रस के अलावा यूरोप और अफ्रीका के कई देशों में फैला है।
नोएडा पुलिस ने शनिवार को बताया कि ईडी ने कार्रवाई की जानकारी स्थानीय पुलिस के साथ साझा नहीं की। दंपती की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो कोठी के बाहर ताला लटका हुआ था। ईडी कई देशों की स्ट्रीमिंग वीडियो बनाने वाली कंपनियों के साथ नोएडा के आरोपी दंपती के संबंधों की जांच कर रही है। अश्लील कंटेंट बेचकर आरोपी दंपती ने कई करोड़ रुपये कमाए। विदेशी फंडिंग की जानकारी जुटा रही है। ईडी की टीम को बीते दिनों सूचना मिली कि नोएडा में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो अश्लील साइट के लिए पोर्न कंटेंट मुहैया कराकर विदेश से फंड हासिल कर रहा है।
इसके बाद टीम ने सुबदीगी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापा मारा। कंपनी के डायरेक्टर उज्जवल किशोर और उसकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव को दबोच कर टीम दिल्ली ले गई। दंपती कोठी के अंदर अवैध रूप से स्टूडियो बनाकर पोर्न वीडियो शूट करा रहे थे। छापेमारी के दौरान ईडी की टीम को लाखों की नकदी और केस से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। दंपती की कंपनी साइप्रस की एक कंपनी के लिए काम कर रही थी। दंपती की कंपनी से बनाए गए कंटेंट कई वेबसाइट पर चलते थे। ज्यादातर वेबसाइट विदेश की होने की जानकारी मिली है।
हवाला के जरिये रकम आने की आशंका
ईडी की जांच में 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग का खुलासा हुआ है। आशंका है कि यह रकम हवाला के जरिये आई। कोठी के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि गेट तभी खुलता था, जब युवतियां आती थीं। कैमरा समेत अन्य उपकरण लेकर भी लोग आते रहते थे। स्थानीय लोगों को आशंका तो थी कि कोठी के अंदर किसी प्रकार का वीडियो और फोटोशूट होता था, पर उन्हें पोर्न कंटेंट की शूटिंग होने की जानकारी नहीं थी। स्थानीय लोगों का यह भी दावा है कि कोठी पर जब छापेमारी की गई तो अंदर से तीन युवतियां भी निकली थीं। ईडी की टीम द्वारा तीनों युवतियों के बयान दर्ज करने की जानकारी भी मिली है। ईडी के मुताबिक, जांच में 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग का खुलासा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि यह रकम हवाला के जरिये आई।
पूछताछ में दंपती की ओर से बताया गया कि मार्केट रिसर्च, जनमत संग्रह और विज्ञापन के नाम पर विदेशों से पैसे आए। इसी को आधार बनाकर पर्पज कोड देकर दंपती ने गलत तरीके से विदेशी रकम अपने बैंक खातों में ली।
पोर्न की लत कर सकती है बीमार : भारत में पोर्न बनाने, बेचने, शेयर करने, इसके प्रदर्शन आदि पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक पोर्न देखने वाला देश है। छोटे शहरों के लोग काफी अधिक संख्या में इसे देख रहे हैं। वर्ष 2018 में भारत सरकार ने करीब 850 पोर्न वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसा पहले भी किया गया, लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। ये वेबसाइट नए-नए डोमेन लेकर भारत में आ जाती हैं। अब तो ऐप, वॉट्सऐप, टेलीग्राम और अन्य माध्यमों के जरिये भी अश्लील कंटेंट लोगों के सामने आ रहे हैं। इसके लिए विदेशी सर्वर का इस्तेमाल किया जाता है।
सभी स्टूडियो अपार्टमेंट की जांच होगी
इस मामले में प्रवर्तन नोएडा पुलिस का कहना है कि जिले में कई हजार स्टूडियो अपार्टमेंट हैं। सभी की जांच की जाएगी। इसके लिए जल्द ही टीमों का गठन किया जाएगा। किस स्टूडियो में क्या काम हो रहा है, इसकी जानकारी संचालकों को देनी होगी। गिरफ्तार दंपती के बैंक खाते भी पुलिस के निशाने पर हैं। सभी खातों की सिलसिलेवार तरीके से जांच होने की बात कही जा रही टीम इस धंधे में शामिल कई अन्य आरोपियों के नामों का भी खुलासा आने वाले दिनों में कर सकती है।