Notification Icon
Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीMamata Banerjee Blames Center for Flooding Due to DVC Dam Mismanagement

ममता बनर्जी ने बाढ़ के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया

- मुख्यमंत्री का आरोप, डीवीसी बांधों की नहीं हुई सफाई - कहा- पानी छोड़े जाने

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 19 Sep 2024 12:04 PM
share Share

कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र पर दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) बांधों की सफाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस कारण पानी छोड़े जाने से राज्य के कई जिलों में बाढ़ आ गई। ममता ने डीवीसी को इस मानव निर्मित बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पाशकुड़ा में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्य में ऐसी स्थिति पैदा करने के लिए कोई साजिश की गई। डीवीसी बांध मैथन और पंचेत में स्थित हैं। ममता ने चेतावनी दी कि वह निगम के साथ सभी संबंध तोड़ देंगी।

आंदोलन शुरू करने की चेतावनी

ममता ने कहा कि यह बारिश का पानी नहीं है, यह केंद्र सरकार की संस्था डीवीसी द्वारा अपने बांधों से छोड़ा गया पानी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र सरकार डीवीसी के बांधों की सफाई क्यों नहीं कर रही, जहां जल भंडारण क्षमता 36 प्रतिशत कम हो गई है। हम इसके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने दावा किया कि डीवीसी ने इस वर्ष 5.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा, जिससे मौजूदा संकट बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दूंगी कि सभी को पर्याप्त राहत सामग्री मिले।

...

राज्य सरकार ने राहत सामग्री नहीं भेजीः सुकांत मजूमदार

केंद्रीय मंत्री और भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित पश्चिम मेदिनीपुर जिले के कुछ हिस्सों का दौरा किया और लोगों के बीच राहत सामग्री वितरित की। मजूमदार ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन तीन दिन पहले भारी बारिश के कारण क्षेत्र में आई बाढ़ के बाद से फंसे लोगों तक नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा, स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन द्वारा कोई राहत सामग्री नहीं भेजी गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केवल बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन लोगों के साथ खड़ी नहीं है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें