दिल्ली में दिल दहला देने वाला सुसाइड, नाइट्रोजन सिलेंडर मुंह से जोड़ खुद को दी दर्दनाक मौत
- दिल्ली में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति ने खुद को मौत देने के लिए ऐसा रास्ता चुना कि हर कोई दंग रह गया। मामला दिल्ली के लक्ष्मी नगर का है। आइए जानते हैं पूरा केस…
दिल्ली में एक शख्स ने खुद को मौत देने के लिए ऐसा रास्ता चुना कि हर कोई दंग रह गया। गुरुवार को लक्ष्मी नगर में नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल कर सुसाइड का मामला सामने आया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले में नाइट्रोजन गैस सिलेंडर को प्लास्टिक पाइप के जरिए मुंह पर बांधे प्लास्टिक बैग से जोड़कर सुसाइड कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना पर पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि मामले में परिजनों को सूचना दे दी गई है। परिजनों के बयान के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी। हालांकि मृतक को इस तरह से सुसाइड करने का विचार कहां से आया, इस बात की जांच की जा रही है। इसके साथ ही सुसाइड के कारणों की भी जांच की जा रही है।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 4.24 बजे एक युवक के आत्महत्या की पीसीआर कॉल लक्ष्मी नगर थाने मिली। कॉलर ने बताया कि लक्ष्मी नगर के गुरु राम दास नगर स्थित के-112 में 20 वर्षीय किशोर ने सुसाइड किया है। किशोर को ऑक्सीजन सिलेंडर लगा हुआ है और कमरे के अंदर लड़का मृत लग रहा है। किशोर के परिजनों के सामने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया गया है। सूचना के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान मृतक की पहचान हरियाणा के चरखी दादरी में चौपाना संवर स्थित 940 निवासी 20 वर्षीय विशू सिंह के रूप में हुई है। इसने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट पास करने के बाद द्वारका सेक्टर 14 स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया था। लेकिन 29 अगस्त को वह लक्ष्मी नगर स्थित ओआरएस पीजी में रहने के लिए आ गया था और के-112 के तीसरे तल पर कमरा संख्या 301 में किराए पर रह रहा था।
खाना खाने के बाद अंदर से बंद कर लिया था कमरा
बुधवार को रात करीब 10.30 बजे उसने खाना खाया और तभी उसने अपना कमरा अंदर से बंद कर लिया था। इसके बाद पीजी संचालक कृष्ण ने गुरुवार को दरवाजा खोलने के लिए उसे बुलाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने कॉल करके भी उसे बुलाने की कोशिश की। लेकिन युवक का कोई जवाब नहीं आया तो फिर मामले की सूचना इसके पिता भवानी सिंह को दी गई। पिता के कहने पर दरवाजे को तोड़ा गया।
प्लास्टिक बैग लपेटा मिला मृतक
दरवाजा तोड़ने पर जब पीजी संचालक अंदर घुसा तो कमरे की एसी चल रही थी। इसके साथ ही युवक के मुंह पर एक प्लास्टिक बैग लपेटा हुआ था जोकि एक प्लास्टिक पाइप की मदद से एक नाइट्रोजन गैस के सिलेंडर से जुड़ा हुआ था। पुलिस का कहना है कि मामला शुरुआती जांच में आत्महत्या का लग रहा है। ऐसा लग रहा है कि उसने नाइट्रोजन गैस की मदद से आत्महत्या की है। फिलहाल क्राइम व एफएसएल की टीमों ने मौके से जरूरी सुराग जुटाए हैं। अब तक किसी तरह की कोई संदिग्ध जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
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