तीन शहरों के लिए आरआरटीएस कॉरिडोर का विस्तार गाजियाबाद से होगा
गाजियाबाद में रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) और मेट्रो का विस्तार होगा। इससे हापुड़, बुलंदशहर, खुर्जा और अन्य क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ेगी। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण...
गाजियाबाद। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर का गाजियाबाद से विस्तार होगा। इससे गाजियाबाद की तरक्की के द्वार भी खुलेंगे। आने वाले कुछ साल में गाजियाबाद से हापुड़, बुलंदशहर और खुर्जा तक नमो भारत ट्रेन चलेगी। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने लोगों को राहत देने के लिए विभिन्न योजना पर काम कर रहा है।इस तरह यातायात के साधनों में बड़ा परिवर्तन आएगा। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की योजना भी लाया है। इसके दो फेज हैं। पहला फेज वर्ष 2001 से 11 और दूसरा फेज वर्ष 2011 से 21 तैयार किया गया। केंद्र सरकार पहले ही इसकी मंजूरी दे चुका है। सेंकड फेज में गाजियाबाद-मेरठ, गाजियाबाद-हापुड़, गाजियाबाद- खुर्जा, शाहदरा- शामली, सोनीपत-पानीपत, गुरुग्राम- रेवाड़ी, बरार स्कावयर-दिल्ली कैंट और बल्लभगढ़-पलवल शहर शामिल किए गए। फिलहाल गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर काम चल रहा है। इस कॉरिडोर पर साहिबाबाद से मोदीनगर तक ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया है। ट्रेन चलने से बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिल रही है। वर्ष 2025 तक दिल्ली से मेरठ तक नमो भारत ट्रेन चलने लगेगी। वहीं गाजियाबाद से हापुड़, खुर्जा और बुलंदशहर से ट्रेन चलने पर बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिलेगी।लेकिन इस परियोजना के लिए फंड चुनौती बन सकता है क्योंकि पहले गाजियाबाद से जेवर हवाई अड्डे तक कॉरिडोर का काम पूरा किया जाएगा। इसके बाद ही दूसरी योजनाओं पर काम शुरू होगा।
नोएडा से साहिबाबाद समेत जनपद में मेट्रो का विस्तार होगा
गाजियाबाद का विस्तार होने से जनपद में मेट्रो का भी विस्तार होगा। नोएडा सेक्टर 62 से साहिबाबाद स्टेशन तक मेट्रो फेज तीन प्रोजेक्ट पाइप लाइन में चल रहा है। लेकिन आगामी 23 वर्षों के दौरान कई नए रूट पर भी मेट्रो दौड़ती नजर आएगी। वहीं, एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर भी तैयार होगा। वर्ष 2047 तक गाजियाबाद विकास प्राधिकरण क्षेत्र का कई गुना विस्तार हो जाएगा। साथ ही जनपद की आबादी भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सड़क मार्ग के साथ मेट्रो का भी विस्तार किया जाने की जरूरत पड़ेगी। वर्तमान में जीडीए का नोएडा सेक्टर 62 से साहिबाबाद स्टेशन तक मेट्रो फेज तीन प्रोजेक्ट पाइप लाइन में चल रहा है। इसकी डीपीआर शासन को भी भेजी जा चुकी है। वहां से अनुमति मिलते ही इस रूट पर काम होना शुरू हो जाएगा। 5.017 किलोमीटर लंबे इस रूट पर पांच मेट्रो स्टेशन होंगे जबकि इसकी लागत 1873.31 करोड़ रुपये आएगी। इसके अलावा शहरी क्षेत्र का विस्तार होने से अन्य मेट्रो रूटों की जरूरत बढ़ेगी। इसके लिए मेट्रो का विस्तार किया जा सकता है। ताकि लोगों को बेहतर यातायात सुविधां मिल सके। अभी सिर्फ एक छोर से ही मेट्रो का संचालन हो रहा है।
गाजियाबाद सीमाक्षेत्र में ऑबिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक बनेगा
एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक गाजियाबाद सीमाक्षेत्र में करीब 59 किलोमीटर में बनेगा, जिसमें दो स्टेशन मुरादनगर और डासना में बनेंगे। यह ट्रैक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के समांतर बनाया जाएगा। इसके लिए स्टेशन के लिए जमीन चिह्नित की जा रही है, जहां से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे, नार्दर्न पेरिफेरल रोड आदि मुख्य मार्गों तक पहुंचने की सुविधा हो। जमीन चिह्नित होने के बाद यूपी में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का खाका पूरी तरह तैयार किया जा सके।
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