ग्रैप-4 पाबंदियों को देख दिल्ली में स्कूलों पर आया यह आदेश, कैसे चलेंगी कक्षाएं?
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पलूशन को देखते हुए बुधवार को ग्रैप के तीसरी और चौथे चरण की पाबंदियां लगा दी गई हैं। इन पाबंदियों के बीच दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने कक्षाएं संचालित करने को लेकर आदेश जारी किया है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पलूशन को देखते हुए वायु गुणवत्ता से जुड़े केंद्र सरकार के आयोग ने बुधवार को ग्रैप के तीसरी और चौथे चरण की पाबंदियां लगाने का आदेश दिया है। ग्रैप-4 की पाबंदियों में कक्षा 10वी और 12वीं को छोड़कर स्कूली कक्षाएं हाइब्रिड मोड में आयोजित करना शामिल है। इन पाबंदियों के बीच दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने कक्षा 9वीं और 11वीं तक की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित करने का आदेश जारी किया है।
आदेश में क्या कहा गया?
दिल्ली शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने सभी स्कूलों को कक्षा 9 और कक्षा 11 तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सरकारी सहायता प्राप्त, गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों, एनडीएमसी, एमसीडी और दिल्ली छावनी बोर्ड के स्कूलों को निर्देश दिया जाता है कि वे कक्षा 9 और 11 के छात्रों के लिए हाइब्रिड कक्षाएं संचालित करें।
396 रिकॉर्ड हुआ AQI
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, धीमी हवाओं, कम तापमान और कोहरे की स्थिति के कारण दिल्ली एनसीआर के विभिन्न इलाकों में प्रदूषक जमा हो गए, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को शाम छह बजे AQI बढ़कर 396 हो गया। यह मंगलवार को 275 अंक पर था। हालांकि दिल्ली एनसीआर में हुई बारिश से पलूशन से राहत मिलने का अनुमान है।
ग्रैप-3 और 4 की पाबंदियां लागू
लिहाजा, सीएक्यूएम ने दिल्ली-एनसीआर में अधिकारियों को तीसरे और चौथे चरण के तहत सभी कदमों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया। चौथे चरण के तहत गैर-आवश्यक डीजल ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश करने पर रोक रहती है जबकि जरूरी सेवाओं को छोड़कर, दिल्ली में रजिस्टर्ड बीएस-4 और पुराने डीजल चालित भारी माल वाहनों पर प्रतिबंध रहता है।
कक्षाएं हाईब्रिड मोड में चलाने का सुझाव
ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) तीन और चौथे चरण की पाबंदियों को देखते हुए दसवीं और बारहवीं को छोड़कर बाकी कक्षाएं हाईब्रिड मोड में चलाने का सुझाव भी आयोग की ओर से दिया गया था। ग्रैप-3 के सुझाओं के मुताबिक, पांचवी तक की कक्षाएं हाईब्रिड मोड पर चलाई जानी चाहिए। सुझाव में कहा गया है कि दिल्ली के अलावा गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में एनसीआर की सरकारें अपने शहरों के लिए अपने स्तर पर निर्णय ले सकती हैं।