दिल्ली में फिर जहरीली हुई हवा, लगीं ग्रैप-3 और 4 की पाबंदियां, किन कार्यों पर रोक?
दिल्ली-NCR में एक बार फिर पलूशन बढ़ गया है। इसके चलते ग्रैप-4 की पाबंदियां लगा दी गई हैं। ग्रैप-4 की पाबंदियों के चलते दिल्ली-एनसीआर में एकबार फि कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं।
दिल्ली में हवा की रफ्तारी धीमी पड़ने के साथ ही प्रदूषण एक बार फिर दमघोंटू हो गया। एकबार फिर हवा जहरीली होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-3 और ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। जारी बयान में कहा गया है कि प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग सीएक्यूएम की उप समिति ने ग्रैप की मौजूदा अनुसूची के चरण-3 और चरण-4 के सभी प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का फैसला किया है। ये प्रतिबंध पहले से लागू ग्रैप-1 और ग्रैप-2 के अलावा होंगे।
ग्रैप-3 की ये पाबंदियां रहेंगी लागू
1- निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पाबंदी। सरकारी परियोजनाओं और महत्वपूर्ण परियोजनाओं को इससे छूट।
2- पत्थर तोड़ने (क्रशर) का कार्य पूरे एनसीआर में बंद किया जाएगा।
3- एनसीआर में सभी खनन और संबंधित गतिविधियां बंद की जाएंगी।
4- बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों पर दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतम बुद्ध नगर में प्रतिबंध लागू। दिव्यांग व्यक्तियों को इस पर छूट।
5- आवश्यक वस्तुएं और सेवाएं प्रदान कर रहे वाहनों को छोड़कर दिल्ली में बीएस 3 मानक या उससे नीचे के दिल्ली-पंजीकृत डीजल संचालित मध्यम मालवाहक वाहनों पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाएगा।
6- जरूरी वस्तुओं को छोड़कर दिल्ली में बाहरी राज्यों से बीएस 3 और उससे नीचे के डीजल संचालित लाइट कॉमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। दिल्ली से बाहर पंजीकृत बीएस चार व उससे नीचे के डीजल संचालित एलसीवी (गूड्स करियर) के दिल्ली में प्रवेश पर पाबंदी। आवश्यक वस्तुओं-सेवाओं वाले वाहन को छोड़कर।
7- एनसीआर के राज्यों से केवल ईवी, सीएनजी, और बीएस 4 डीजल बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी।
8- पांचवी तक की कक्षाएं हाईब्रिड मोड पर चलाई जाएंगी। दिल्ली के अलावा गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में अनिवार्य तौर पर व एनसीआर की सरकारें अन्य शहरों के लिए निर्णय ले सकती हैं।
9- दिल्ली व दिल्ली से सटे एनसीआर के चार जिलों में सरकारी व स्थानीय निकायों के समय में बदलाव। एनसीआर के अन्य शहरों के लिए निर्णय लिया जा सकता है। केन्द्र सरकार अपने केन्द्र सरकार के कार्यालयों के लिए निर्णय ले सकती है।
ग्रैप-4 में ये पाबंदियां रहेंगी लागू
1- दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर सोमवार सुबह आठ बजे से पाबंदी। इसमें आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं वाले ट्रकों को छूट है। जबकि, एलएनजी-सीएनजी-इलेक्ट्रिक व बीएस-छह मानकों वाले डीजल संचालित ट्रक प्रवेश कर सकेंगे।
2- दिल्ली के बाहर पंजीकृत लाइट कमर्शियल व्हेकल (एलसीवी) को भी दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। ईवी-सीएनजी व बीएस-छह मानकों वाले डीजल संचालित वाहनों को इससे छूट रहेगी। जबकि, आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं वाले वाहन भी छूट में शामिल हैं।
3- दिल्ली में पंजीकृत बीएस चार व इससे नीचे के डीजल संचालित मध्यम माल वाहन (एमजीवी) और भारी वाहन (एचजीवी) के संचालन पर भी पाबंदी। आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं को छूट।
4- अब राजमार्गों, सड़कों, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमीशन, पाइप लाइन, दूरसंचार जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं में भी निर्माण और ध्वस्तीकरण पर पाबंदी।
5- एनसीआर और दिल्ली की राज्य सरकारें कक्षा छह से नौवीं और ग्यारहवीं की कक्षाओं को हाईब्रिड मोड में करेंगी।
6- एनसीआर और दिल्ली सरकार सार्विज कार्यालयों, नगर पालिका और निजी कार्यालयों को 50 फीसदी क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति देने पर निर्णय ले सकती हैं।
7- केन्द्र सरकार के कार्यालयों में कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने पर केन्द्र सरकार निर्णय ले सकती है।
8- राज्य सरकारें कॉलेजों-शैक्षिक संस्थानों को बंद करने, गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक गतिविधियों को बंद करने, पंजीकरण संख्या के सम-विषम आधार पर वाहनों को चलाने की अनुमति देने जैसे अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं।
AQI 396 अंक, जा सकता है 400 पार
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को शाम छह बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 396 रिकॉर्ड किया गया। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि AQI जल्द ही 400 अंक को पार कर सकता है। एक दिन पहले यह 275 अंक पर था। बीते चौबीस घंटों में वायु गुणवत्ता सूचकांक में 111 अंकों की तेज बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं दिल्ली के 16 निगरानी केंद्रों ने एक्यूआई 400 पार यानी गंभीर श्रेणी में रिकॉर्ड किया।
बारिश दे सकती है राहत
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, अगले दो दिनों के बीच हवा की औसत गति दस किलोमीटर से कम रहने की संभावना है। हालांकि इन दो दिनों के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके चलते प्रदूषण के स्तर में हल्का सुधार भी देखा जा सकता है। हालांकि बारिश या पलूशन में सुधार मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।