दिल्ली चुनाव में दांव पर AAP का अस्तित्व? क्या बोले अरविंद केजरीवाल
आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर अस्तित्व को लेकर पूछे गए सवाल को उम्मीदों से जोड़ दिया। कहा कि यह चुनाव उनके लिए नहीं, बल्कि जिन उम्मीदों के साथ यह पार्टी बनाई गई थी, उन उम्मीदों के अस्तित्व का सवाल है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर अस्तित्व को लेकर पूछे गए सवाल को उम्मीदों से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव उनके लिए नहीं, बल्कि जिन उम्मीदों के साथ यह पार्टी बनाई गई थी, उन उम्मीदों के अस्तित्व का सवाल है। जब पूछा गया कि अगर उनकी सरकार बन जाती है तो क्या बदल जाएगा। क्योंकि एलजी, अमित शाह और गृह मंत्रालय तो वहीं रहेंगे। इसपर केजरीवाल ने क्यों कहा कि अड़चनें तो आएंगी।
न्यूज चैनल आज तक के एक कार्यक्रम में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश की 75 साल से चली आ रही राजनीति को बदलने के लिए कई उम्मीदों के साथ आम आदमी पार्टी बनाई गई थी। एक अलग गवर्नेंस देने की उम्मीदों से यह पार्टी बनाई गई थी। मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं। यह चुनाव मेरे अस्तित्व का नहीं है। पार्टी ने लोगों में उम्मीदें पैदा की हैं।
केजरीवाल ने चुनावी रेवड़ियों पर भी बात की। जब उनसे पूछा गया कि लोग कहते हैं कि केजरीवाल रेवड़ी दिखाते ज्यादा हैं, लेकिन खिलाते कम हैं। इस पर केजरीवाल ने कहा कि हम रेवड़ी खिलाते भी हैं। जहां भी जाते हैं लोगों को रेवड़ियों की पैकेट खिलाते भी हैं।
जब उनसे कहा गया कि इस बार आप को बीजेपी को फॉलो करना पड़ा। आप महिलाओं को 1000 रुपए की रेवड़ी दे रहे हैं। मध्य प्रदेश में तो लाडली बहन योजना के तहत बहुत पहले से ही ऐसी योजना चल रही है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि पहले उन्होंने इसकी घोषणा की थी। बेशक इस बार के बजट में हमने इसके लिए धन रखा है। इसे हमें अप्रैल से ही शुरू करना था। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने एक हजार देने का प्रस्ताव कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पैसा जल्द जारी हो जाएगा।
जब केजरीवाल से पूछा गया कि अगर आपकी सरकार बन भी जाती है तो क्या बदल जाएगा। दिल्ली के उपराज्यपाल, अमित शाह और गृह मंत्रालय तो वही रहेगा। फिर आप काम नहीं होने देने की बात करेंगे। इस पर केजरीवाल ने कहा कि अचड़नें तो आएंगी, लेकिन काम तो फिर भी होगा। दो दिन का काम चार दिन में होगा। आखिर हमने अड़चनों के बावजूद इतने सारे काम किए कि नहीं। उन्होंने दावा किया कि काम सारे होंगे।
केजरीवाल ने कहा कि गरीबों के बच्चे उच्च शिक्षा ले रहे हैं। वे विदेश तक जा रहे हैं। हमने सरकारी स्कूलों के हालात बदले। हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराए। बिजली फ्री करवाए। इसके अलावा भी उन्होंने कई सारे काम गिनाए।