Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Constable and independent candidate from New Delhi Assembly Constituency Pankaj Sharma

जीता तो विधानसभा जाऊंगा, हारा तो ड्यूटी पर; दिल्ली विधानसभा चुनाव में ताल ठोंक रहा एक पुलिसकर्मी

  • चुनाव चिह्न के बारे में पूछे जाने पर पंकज शर्मा ने कहा, 'मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं और मेरा सिम्बल जूता है। जूता एक ऐसा हथियार है, जिसे देखकर भ्रष्टाचारी बहुत दूर भागता है।'

Sourabh Jain एएनआईWed, 5 Feb 2025 06:13 PM
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जीता तो विधानसभा जाऊंगा, हारा तो ड्यूटी पर; दिल्ली विधानसभा चुनाव में ताल ठोंक रहा एक पुलिसकर्मी

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ। इस दौरान यहां कि नई दिल्ली विधानसभा सीट से एक पुलिसकर्मी भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में खड़ा हुआ है। इस उम्मीदवार का नाम पंकज शर्मा है, जो कि दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं। उनका कहना है कि वह दिल्ली में ही पैदा हुए हैं और यहां की सभी समस्याओं और चुनौतियों से परिचित हैं। जूते को अपना चुनाव चिह्न बनाने को लेकर उन्होंने बताया कि इसे देखकर भ्रष्टाचारी बहुत दूर भागता है। पुलिस में नौकरी के बावजूद चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा, जीत गया तो विधानसभा जाऊंगा, हार गया तो ड्यूटी पर जाऊंगा।

समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए पंकज शर्मा ने कहा, 'लोकतंत्र के पन्नों में दिल्ली का यह चुनाव स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा कि एक सरकारी नौकरी करने वाला, एक पुलिसवाला चुनाव लड़ रहा है। जिस तरीके से दिल्ली में बढ़ता अपराध एक चुनावी मुद्दा है, साथ ही साथ तीन करोड़ लोगों की एक समस्या भी है। जिसको मैं सुलझाने की कोशिश करूंगा।'

'22 साल से पुलिस की नौकरी कर रहा'

पंकज ने बताया, 'मेरी तैनाती दिल्ली पुलिस की 6th बटालियन में है, जहां पर मैं कांस्टेबल हूं। मुझे नौकरी करते हुए 22 साल हो गए और मैं दिल्ली में पिछले 40 साल से रह रहा हूं। मैं दिल्ली का पहले नागरिक भी हूं, मुझे दिल्ली के लोगों का दर्द और उनकी सभी समस्याओं को भलीभांति जानता हूं। साथ ही साथ दिल्ली पुलिस में लंबे समय से नौकरी करने की वजह से मुझे दिल्ली पुलिस की कार्यशैली से भी मैं भलीभांति परिचित हूं। इस वजह से मैं दोनों को मिलाकर जनता के सामने जो अपराध की समस्या है, उसे मिटाने की पूरी कोशिश करूंगा।'

अनुमति लेने को लेकर बताया HC का फैसला

सरकारी नौकरी में होने की वजह से चुनाव लड़ने के लिए किसी तरह की सरकारी अनुमति लेने के बारे में पूछे जाने पर पंकज ने कहा, 'राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के वक्त सरकारी नौकरी करने वाले एक डॉक्टर ने चुनाव लड़ा था, उस वक्त राजस्थान हाईकोर्ट ने एक आदेश दिया था कि अगर आप जीत जाओगे तो विधानसभा जाओगे, और हार गए तो ड्यूटी पर आ जाना। तो यही रूल मेरे ऊपर भी लागू होता है।

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चुनाव चिह्न के बारे में पूछे जाने पर पंकज शर्मा ने कहा, 'मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं और मेरा चुनाव चिह्न जूता है। जूता एक ऐसा हथियार है, जिसे देखकर भ्रष्टाचारी बहुत दूर भागता है।'

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