आरक्षण का लाभ एक बार ही मिले; केजरीवाल का पुराना वीडियो दिखा बरस पड़ी BJP
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने 'आप' प्रमुख अरविंद केजरीवाल का वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि वह आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले दलित वोटर्स को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जंग लगातार तेज होती जा रही है। केजरीवाल जहां आंबेडकर विवाद को तूल देने में जुटे हैं तो भाजपा आरक्षण पर उनके पुराने विचार दिखाकर पलटवार कर रही है। भाजपा ने लगातार दूसरे दिन अरविंद केजरीवाल का पुराना वीडियो दिखाकर उन्हें घेरा है। दोनों ही वीडियो मे केजरीवाल यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि जिस परिवार में एक बार आरक्षण का लाभ मिल जाए फिर उसे इसका फायदा ना दिया जाए। भाजपा ने यही कहते हुए दिल्ली की सीएम आतिशी का 10 साल पुराना एक ट्वीट भी खोज निकाला है।
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने 'आप' प्रमुख अरविंद केजरीवाल का वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि वह आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने 'आप' को आरक्षण विरोधी बताते हुए लिखा, 'इस वीडियो में अरविंद केजरीवाल आरक्षण खत्म करने का फार्मूला बता रहे हैं और कह रहे हैं कि आरक्षण आर्थिक आधार पर होना चाहिए। जबकि बाबा साहेब की कल्पना और संविधान की रचना में आरक्षण सामाजिक अस्पृश्यता के आधार पर प्रदान किया गया है। अरविंद केजरीवाल दलित विरोधी, अंबेडकर विरोधी और संविधान विरोधी हैं। 'आप' की मंशा दलितों और पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर उसे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देने की है।'
मालवीय ने अरविंद केजरीवाल का जो वीडियो शेयर किया है उसमें वह एक कमरे में कुछ युवाओं को संबोधित करते दिख रहे हैं। यह वीडियो कब का है यह तो साफ नहीं लेकिन पुराना प्रतीत होता है। हालांकि, यह साफ है कि वीडियो आम आदमी पार्टी के गठन के बाद का है, क्योंकि केजरीवाल 'मैं हूं आम आदमी' वाली टोपी पहने हुए दिख रहे हैं। 58 सेकेंड के इस वीडियो में वह दो बातें कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, अगर किसी को एक बार रिजर्वेशन मिल जाए तो उसे दोबारा ना मिले, किसी और परिवार को मिलना चाहिए। हमारा यह भी मानना है कि अगर इन समाज के किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी है तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए, किसी और को मिलना चाहिए।
दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. हर्षवर्धन ने भी केजरीवाल के दो वीडियो एक्स पर शेयर करते हुए उन्हें घेरा। हर्षवर्धन ने लिखा,'आरक्षण विरोधी केजरीवाल का ज्ञान सुनें। जो केजरीवाल आज संविधान पर बाबा साहब की जगह अपनी बड़ी फोटो लगाकर संविधान हितैषी बन रहे उन्होंने कहा कि आरक्षण केवल एक बार ही मिलना चाहिए। आरक्षण के सहारे दलितों को ऊपर लाने में सदियां लगेंगी। केजरीवाल के इस बयान से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह महाठग किस स्तर का आरक्षण विरोधी है। सभी जानते हैं कि केजरीवाल ने व्यक्ति और मुद्दों का इस्तेमाल सिर्फ अपनी राजनीति के लिए किया है, ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे केजरीवाल ने ठगा नहीं।'
भाजपा केजरीवाल के पुराने बयानों को ऐसे समय पर मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है जब दिल्ली में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। दलित वोटर्स को साधने के लिए भाजपा, आप और कांग्रेस में होड़ मची है। सभी दल खुद को अधिक आंबेडकरवादी और दूसरे को विरोधी बताने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की 70 में 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं तो अन्य सीटों पर भी दलितों की अच्छी आबादी है।