हमने कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन...; दिल्ली की हार पर अरविंद केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पहली बार पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने बड़ी शिद्दत और स्ट्रेटजी के साथ चुनाव लड़ा है। हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। हमें अपने आप को बधाई देना है।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पहली बार पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमने बड़ी शिद्दत और स्ट्रेटजी के साथ चुनाव लड़ा है। हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। हमें अपने आप को बधाई देना है कि हमने अपना कर्म अच्छा किया, लेकिन फल तो ऊपरवाले के हाथ में होता है।
केजरीवाल ने कहा कि कर्म करने में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। मैंने काफी सोचा कि ये वाला चुनाव दिल्ली के लेवल पर जो नैरेटिव था और बहुत सारी चीजें थीं, कहीं भी किसी भी चीज में मैं यह नहीं समझता कि हम ऐसे नहीं ऐसे कर लेते, वैसे नहीं वैसे कर लेते। इस सारे चुनाव के जो हीरो हैं, वह आप लोग हैं। आप लोगों ने बहुत बर्दाश्त किया। आपमें से कइयों को मैं जानता हूं। कोई रात 10 बजे तो कोई 11 बजे मेरे घर पर आता था। मैं जानता हूं कि किस तरह का दबाव आपलोगों पर डाला गया, किस तरह की धमकियां आपलोगों को मिलीं। लेकिन आप लोग गुंडे नहीं हैं, जैसा दूसरे पार्टियों में होते हैं। आप सभी आम लोग हैं।
आप सुप्रीमो ने कहा कि इस बार चुनाव के दौरान कई दूसरी पार्टी के लोग भी शामिल हुए। वो मुझे कहते थे कि आप इतने शरीफ लोगों के साथ कैसे चुनाव लड़ते हैं। मैं उनसे कहता था कि हमारी शरीफों की पार्टी है। हमारी गुंडों की पार्टी नहीं है। तो इतने मामूली आम लोगों जो पतले-दुबले हैं, इनको देखकर लगता नहीं कि वे राजनीति करते होंगे, उनको बड़ी-बड़ी धमकियां मिलीं और वे खड़े रहे। ऐसा नहीं है कि वो गुत्थम-गुत्था नहीं कर सकते थे, लेकिन उनके अंदर जज्बा था। वो कहते थे देखा जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास कई सरकारी अफसर भी आए, जो अभी यहां मौजूद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अब देखा जाएगा, नौकरी गई तो गई। अति कर दी इन्होंने। उनके सामने आप लोग खड़े रहे, यह कोई छोटी बात नहीं है। यह बहुत बड़ी बात है। उन लोगों को लगा कि गुंडागर्दी करके वो वॉकओवर कर लेंगे, लेकिन हमने ऐसा नहीं होने दिया। हम अच्छा लड़े। उन लोगों ने आपमें से कई लोगों को लाखों-लाखों रुपए ऑफर किए, लेकिन आप टूटे नहीं। ये आपका भगवान के साथ रिश्ता है। जो आप लोग टूटे नहीं और सच्चाई के रास्ते पर अडिग रहे।
बता दें कि पिछले 11 साल से दिल्ली की सत्ता में रही आम आदमी पार्टी को करारी हार का समना पड़ा। 2020 के विधानसभा चुनाव में 70 में से 62 सीटें जीतने वाली आप को इस बार सिर्फ 22 सीटों से संतोष करना पड़ा। यहां तक कि पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए। वहीं पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता मनीष सिसोदिया को भी हार का समना करना पड़ा।