'नार्कोस देखी? ब्रेकिंग बैड जरूर देखना', वेब सीरीज की बातें क्यों करने लगे SC के जज? नहीं दी जमानत
- आरोपी को ड्रग सिंडिकेट का एक महत्वपूर्ण सदस्य माना जा रहा है। उसने जमानत याचिका दायर करते हुए दावा किया था कि वह समाज के लिए बड़ा खतरा नहीं है और उसकी गिरफ्तारी अनावश्यक थी।
सुप्रीम कोर्ट ने एक नारकोटिक्स मामले में आरोपी की जमानत याचिका खारिज करते हुए ड्रग्स तस्करी के खतरे को गंभीर और जटिल बताया। अदालत ने इस मामले की गंभीरता को समझाने के लिए मशहूर वेब सीरीज ‘नारकोस’ और ‘ब्रेकिंग बैड’ का जिक्र किया। न्यायालय ने कहा कि ऐसे ड्रग सिंडिकेट देश के युवाओं को बर्बाद कर रहे हैं और उनके भविष्य के लिए खतरा हैं। यह मामला नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत दर्ज किया गया था।
आरोपी पर क्या आरोप?
आरोपी को ड्रग सिंडिकेट का एक महत्वपूर्ण सदस्य माना जा रहा है। उसने जमानत याचिका दायर करते हुए दावा किया था कि वह समाज के लिए बड़ा खतरा नहीं है और उसकी गिरफ्तारी अनावश्यक थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इन दलीलों को खारिज करते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की गंभीरता के बारे में बताते हुए कहा कि ड्रग तस्करी के नेटवर्क बहुत बड़े और खतरनाक होते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा ने एनडीपीएस मामले में जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा, "आपने नार्कोस देखी होगी? बहुत मजबूत सिंडिकेट होता है। शायद ही कभी पकड़े जाते हैं। मैं आपको एक और फिल्म बताऊंगा, ब्रेकिंग बैड। जरूर देखें। आप इन लोगों से लड़ नहीं सकते। वे सचमुच इस देश के युवाओं को मार रहे हैं।"
न्यायालय का संदेश
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ड्रग्स तस्करी केवल एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि इसका असर समाज के हर वर्ग, विशेषकर युवाओं पर पड़ता है। अदालत ने इस मामले में किसी प्रकार की नरमी बरतने से इनकार करते हुए यह संदेश दिया कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में कानून को सख्ती से पालन करना होगा।
ब्रेकिंग बैड (Breaking Bad) में क्या है?
‘ब्रेकिंग बैड’ एक अमेरिकी वेब सीरीज है, जो वॉल्टर व्हाइट की कहानी बताती है। वॉल्टर न्यू मैक्सिको में एक हाई स्कूल केमिस्ट्री टीचर होता है, जिसे कैंसर हो जाता है। अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए, वह मेथामफेटामाइन (ड्रग) बनाने और बेचने का खतरनाक काम शुरू करता है। वॉल्टर अपने पूर्व छात्र जेसी पिंकमैन के साथ मिलकर एक बड़ा ड्रग सिंडिकेट खड़ा करता है। वह धीरे-धीरे अपनी मासूम पहचान से निकलकर "हाइजनबर्ग" नाम का क्रूर और चालाक ड्रग लॉर्ड बन जाता है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि लालच, अपराध, और नैतिक पतन कैसे एक इंसान को बदल सकते हैं। यह कहानी ड्रग माफिया की हिंसा, परिवार के टूटते रिश्तों, और अपराध की दुनिया के खतरों को उजागर करती है।
नारकोस (Narcos) में क्या है?
‘नारकोस’ कोलंबिया के कुख्यात ड्रग लॉर्ड पाब्लो एस्कोबार और उसके मेडेलिन कार्टेल की सच्ची कहानी पर आधारित है। यह सीरीज दिखाती है कि पाब्लो कैसे गरीब किसान से दुनिया के सबसे बड़े ड्रग माफिया में बदलता है। पाब्लो का कार्टेल कोकेन का व्यापार करता है और इसका नेटवर्क दुनिया के हर कोने में फैला होता है। वह अपने साम्राज्य को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाता है, जिसमें हिंसा, भ्रष्टाचार और हत्या शामिल हैं।
इस सीरीज में अमेरिकी डीईए (ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी) और कोलंबियाई सरकार की पाब्लो को रोकने की कोशिशों को भी दिखाया गया है। ‘नारकोस’ न केवल ड्रग तस्करी की क्रूरता को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे अपराध, सत्ता, और धन एक समाज को नुकसान पहुंचा सकते हैं।