'कभी-कभी लगता है कांग्रेस खुद चाहती है भाजपा जीते', गुलाम नबी आजाद को संदेह
कश्मीर को बर्बाद करने के लिए अलगाववादियों सहित सभी राजनीतिक दलों की आलोचना करते हुए आजाद ने कहा कि इन राजनेताओं के कारण जम्मू-कश्मीर में एक लाख लोग मारे गए हैं।
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कभी-कभी उन्हें लगता है कि कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया है क्योंकि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाते हैं। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की कमियों को गिनाते हुए कहा कि भाजपा की चुनावी जीत के पीछे यही विफलताएं जिम्मेदार हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद ने कहा, "कभी-कभी मुझे संदेह होता है कि कांग्रेस भाजपा के साथ मिली हुई है। इससे पहले कांग्रेस में व्यवस्था परिवर्तन के लिए 23 नेता संघर्ष कर रहे थे, लेकिन नेतृत्व कुछ नहीं सुन रहा था। जब मुद्दे उठाए गए तो उन्होंने कहा कि वे (बागी नेता) बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं। कभी-कभी मुझे लगता है कि वे (कांग्रेस) खुद चाहते हैं कि बीजेपी जीते।"
उन्होंने आगे कहा कि देश और इस क्षेत्र में पार्टियों के लिए प्रमुख मुद्दे गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई पर नियंत्रण हैं। आजाद ने कहा, "जो भी पार्टी सत्ता में आती है, उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई कम करना है।" आजाद ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि चुनाव धर्म पर नहीं बल्कि विकास पर लड़ा जाता है। गुलाम नबी आजाद आज डोडा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
कश्मीर को बर्बाद करने के लिए अलगाववादियों सहित सभी राजनीतिक दलों की आलोचना करते हुए आजाद ने कहा कि इन राजनेताओं के कारण जम्मू-कश्मीर में एक लाख लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आग लगाने के बाद सभी नेता घाटी छोड़कर बाहर जाकर बस गए। आजाद ने कहा कि लोगों को मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान हुए विकास को याद रखना चाहिए।
डीपीएपी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला घाटी में केवल ‘पर्यटक’ के रूप में आते हैं, जबकि वह गर्मी के दिन लंदन में तो जाड़े के दिन किसी गर्म देश में बिताते हैं। आजाद ने एक स्टार प्रचारक के रूप में डोडा में पार्टी उम्मीदवार और पूर्व मंत्री जी एम सरूरी के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। बता दें कि उधमपुर में 19 अप्रैल, जम्मू में 26 अप्रैल, अनंतनाग-राजौरी में 7 मई, श्रीनगर में 13 मई और बारामूला में 20 मई को मतदान होगा।