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'लोकसभा को कोई खरीद नहीं सकता', राजनीति में एंट्री पर बोले Ravish Kumar

Ravish Kumar on Loksabha Politics: इंटरव्यू में रवीश ने कहा कि वही काम करना चाहिए जोकि सपने में आए। मेरे सपने में टीवी ही आता है। जब यह सपना बदल जाएगा, उस दिन मैं बदल जाऊंगा।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 28 Dec 2022 03:59 PM
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Ravish Kumar on Politics: पत्रकार रवीश कुमार ने पिछले दिनों एनडीटीवी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद चर्चाएं होने लगी थीं कि वे आने वाले दिनों में क्या करने वाले हैं। इसके बाद से उन्होंने कई इंटरव्यू दिए, जिसमें उनसे कई सवाल-जवाब किए गए। रवीश को लेकर समय-समय पर राजनीति में आने की संभावनाओं पर भी सवाल किए जाते रहे हैं। अब एक बार फिर से उनसे सवाल किया गया कि क्या वे राजनीति में एंट्री करेंगे? इसके अलावा, रवीश कुमार ने यह भी बताया कि आखिर उन्होंने एनडीटीवी से इस्तीफा क्यों दिया था।

हाल ही में बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में रवीश कुमार से सवाल पूछा गया कि क्या वे राजनीति में आएंगे? इस पर उन्होंने कहा कि उनके कई दोस्त और शुभचिंतक कहते हैं कि उन्हें पॉलिटिक्स में आना चाहिए, लेकिन किसी भी पार्टी ने उन्हें कोई न्योता नहीं दिया है। रवीश कुमार ने इंटरव्यू में कहा, ''आप कल्पना कीजिए कि मैं लोकसभा में हूं और उनके सामने (पीएम मोदी) हूं। लोकसभा को तो कोई नहीं खरीद सकता है।'' रवीश कुमार का यह इंटरव्यू काफी वायरल हो रहा है और अब तक लाखों बार देखा जा चुका है।

इंटरव्यू में रवीश ने कहा कि वही काम करना चाहिए जोकि सपने में आए। मेरे सपने में टीवी ही आता है। जब यह सपना बदल जाएगा, उस दिन मैं बदल जाऊंगा। रवीश ने इंटरव्यू में अपने इस्तीफे पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि प्रणय रॉय ने कर्ज चुकाकर अपने चैनल को बचाने का पूरा प्रयास किया था। रवीश ने कहा कि उन्होंने एनडीटीवी वाले शेयरों को अब तक नहीं बेचा है, क्योंकि उन्हें लगा कि इससे प्रणय रॉय को बुरा न लग जाए।

एनडीटीवी से इस्तीफा देने के बाद रवीश कुमार ने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो बनाकर कहा था कि यह शाम एक ऐसी शाम है, जहां चिड़िया को उसका घोंसला नजर नहीं आ रहा क्योंकि उसे कोई दूसरा ले गया है। लेकिन उस चिड़िया के पास थक जाने तक खुला आसमान जरूर है। रवीश कुमार ने कहा था कि मैंने यहां 26 साल गुजारे हैं और इस यात्रा के अपने उतार-चढ़ाव भी हैं। अब ये यादें दोस्तों के बीच सुनने-सुनाने के काम आएंगी। वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि मुझे सभी से कुछ न कुछ मिला है और मैं सबका ही आभारी हूं। 

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