UPSC कोचिंग में हुई मौतों पर भड़का राहुल गांधी का गुस्सा, बोले- यह सरकारों की सामूहिक विफलता
दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में लाइब्रेरी में छात्रों की हुई मौत के बाद लोगों का गुस्सा अपने उबाल पर है। राहुल गांधी ने इस घटना को सिस्टम की सामूहिक विफलता बताया और कहा कि सरकार जिम्मेदारी तय करे।
दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में लाइब्रेरी में पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत के बाद लोगों का गुस्सा अपने उबाल पर है। कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सिस्टम की सामूहिक विफलता है। प्रत्येक नागरिक सुरक्षित रहे यह सरकारों की जिम्मेदारी है।
राहुल गांधी ने अपने सोशल मी्डिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि दिल्ली के एक इमारत बेसमेंट में जलभराव के कारण प्रतियोगी छात्रों की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का झटका लगने से एक छात्र की मौत हो गई थी। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
राहुल गांधी ने इसके आगे लिखा कि बुनियादी ढांचे का यह पतन सिस्टम की सामूहिक विफलता है। ऐसे खराब और असुरक्षित निर्माण, खराब टाउन प्लानिंग और लगभर हर स्तर पर गैर जिम्मेदाराना रवैए की कीमत आम आदमी ने अपनी जान देकर चुका रहा है। नागरिक सुरक्षित रहकर आरामदायक जिंदगी गुजार सके यह सरकारों की जिम्मेदारी है।
दिल्ली में यूपीएसी की तैयारी करने वाले लोगों का हब माने जाने वाले ओल्ड राजिंदर नगर में कल रात राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल के तलघर में बनी लाइब्रेरी में पानी भर गया। सार्ट सर्किट के कारण लाइट चली गई, जिसके कारण इलेक्ट्रिक दरवाजा लॉक हो गया और तीन छात्रों की जान चली गई। जिनकी पहचान तानिया सोनी 25, श्रेया यादव,नेविन डाल्विन के रूप में हुई है।
पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक को किया गिरफ्तार
पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर गैरइरादतन हत्या के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्रियंका गांधी ने भी कहा कुप्रबंधन के कारण हुआ
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी घटना की निंदा की। उन्होंने ट्वीट किया कि हाल ही में पटेल नगर में बिजली का झटका लगने से एक छात्र की मौत हो गई। यह लापरवाही और कुप्रबंधन ही है कि जो बच्चे अपने सपनों को पूरा करने के लिए इतनी दूर-दूर से यहां आते हैं उनसे उनकी जिंदगी छीन ली जा रही है।
प्रियंका ने आगे लिखा कि यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है। जवाबदेही तय की जानी चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिन क्षेत्रों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां हर निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जीवन के लिए खतरा है, उसे सुधारा जाना चाहिए।