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पूजा खेडकर के साथ कुछ और लोग शामिल; UPSC ने किया बेल का विरोध, बताया क्यों गिरफ्तारी जरूरी

  • फर्जी दस्तावेजों के आधार पर IAS परीक्षा में चयनित होने वाली पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में अंतरिम जमानत की अपील की थी, जिसका यूपीएससी ने विरोध किया है। यूपीएससी ने अदालत से कहा कि पूजा खेडकर बेल नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तानWed, 21 Aug 2024 10:55 AM
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फर्जी दस्तावेजों के आधार पर IAS परीक्षा में चयनित होने वाली पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में अंतरिम जमानत की अपील की थी, जिसका यूपीएससी ने विरोध किया है। यूपीएससी ने अदालत से कहा कि पूजा खेडकर बेल नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है। ऐसा करने पर ही पता चल पाएगा कि पूजा खेडकर को फर्जी दस्तावेज बनवाकर 2022 की आईएएस परीक्षा में चयनित होने में किन लोगों ने मदद की थी। संस्थान ने कहा कि इस मामले में जरूरी सबूत जुटाने के लिए पूछताछ करनी होगी। बुधवार को सुनवाई से पहले यूपीएससी ने अदालत में एफिडेविट दाखिल किया है, जिसमें उसने कहा कि पूजा खेडकर ने अप्रत्याशित फ्रॉड किया है।

यूपीएससी ने कहा कि आमतौर पर इस तरह का फ्रॉड देखने को नहीं मिलता। ऐसा करने से जनता के बीच आयोग की छवि भी प्रभावित हुई है। 16 पन्नों के अपने एफिडेविट में यूपीएससी ने कहा कि पूजा खेडकर ने बड़ा धोखा किया। इसके लिए उसने गलत दस्तावेज बनवाए। कई जगहों पर धोखाधड़ी की और दिव्यांगता से लेकर जाति तक में गड़बड़ी की। यही नहीं अपना नाम, परिजनों का नाम तक बदल लिया। संस्थान का कहना है कि इस पूरे मामले से यह साफ है कि अकेले पूजा खेडकर ने ही इन गड़बड़ियों को अंजाम नहीं दिया है। कुछ और लोगों ने इसमें उसका सहयोग किया था। इसलिए जांच करने की जरूरत है ताकि उनके बारे में भी पता लगाया जा सके।

देश की शीर्ष नौकरशाही की भर्ती प्रक्रिया करने वाली संस्था ने कहा कि कई वाकये हुए, जब गड़बड़ी वाले दस्तावेज पेश किए गए। यह कोई संयोग नहीं है बल्कि इससे पता चलता है कि कुछ और लोगों ने इसमें उनकी मदद की। यदि पूजा खेडकर को गिरफ्तार करके पूछताछ की जाए, तभी पूरी बात सामने आएगी और दूसरे लोगों तक पहुंचा जा सकेगा। एफिडेविट में कहा गया कि जिस तरह से अलग-अलग संस्थाओं से गलत दस्तावेज बनवाए गए, यह बिना किसी की मदद के संभव नहीं है। इन सभी बातों का सामने आना जरूरी है। इसलिए पूजा खेडकर को अग्रिम बेल न देकर गिरफ्तारी का रास्ता साफ करना चाहिए।

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