शिंदे सेना के नेताओं से नाराज है भाजपा! महायुति के विधायकों के संग बैठक करेंगे पीएम मोदी
- बीजेपी सूत्रों ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को महायुति के 230 से अधिक विधायकों के साथ बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को मुंबई के खारघर में श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर परिसर का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर मुंबई पहुंचेंगे। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी इस दौरे पर महायुति के विधायकों की क्लास लेंगे। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि भाजपा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कुछ विधायकों के बर्ताव से काफी नाराज है। इस दौरे पर पीएम मोदी उन्हें आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के बारे में निर्देश देंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "प्रधानमंत्री विधायकों को महायुति के विचारों को लोगों तक पहुंचाने और लोगों से बातचीत करने के तरीके बताएंगे। पीएम मोदी उन्हें यह बताएंगे कि सार्वजनिक जगहों पर कैसा व्यवहार करना चाहिए।"
इस दौरे से पहले महायुति गठबंधन के 230 से अधिक विधानसभा के सदस्यों और 40 से अधिक विधान परिषद के सदस्यों को बुधवार सुबह विधान भवन में इकट्ठा होने का निर्देश दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि वहां से विधायकों को 10 बसों में दक्षिण मुंबई में नौसेना हॉल आईएनएस आंग्रे ले जाया जाएगा जहां पीएम मोदी उन्हें संबोधित करेंगे।
आईएनएस सूरत देश को करेंगे समर्पित
पीएम मोदी बुधवार को सुबह नौसेना के तीन अग्रणी युद्धपोतों, आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर को नौसेना डॉकयार्ड पर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन जहाजों का कमीशन भारत की रक्षा विनिर्माण और समुद्री सुरक्षा में वैश्विक नेता बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बता दे कि आईएनएस सूरत का तीन-चौथाई हिस्सा भारत में विकसित किया गया है और यह दुनिया के सबसे बड़े और सबसे परिष्कृत विध्वंसक जहाजों में से एक है। यह हथियार-सेंसर पैकेज और नेटवर्क-केंद्रित क्षमताओं से लैस है। वहीं आईएनएस वाघशीर का निर्माण फ्रांस के सहयोग से किया गया है।
राधा मदनमोहनजी मंदिर परिसर का उद्घाटन
पीएम मोदी बुधवार को नवी मुंबई के खारघर में श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर परिसर का उद्घाटन भी करेंगे। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) की यह परियोजना नौ एकड़ में फैली हुई है। इस मंदिर परिसर में कई देवताओं की प्रतिमा, एक वैदिक शिक्षा केंद्र, प्रस्तावित संग्रहालय और सभागार और एक उपचार केंद्र शामिल हैं। इसका उद्देश्य वैदिक शिक्षाओं के माध्यम से भाईचारे, शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना है।