Hindi Newsदेश न्यूज़PM Modi and Xi Jinping to hold bilateral meet tomorrow on sidelines of BRICS Summit says MEA

BRICS से इतर PM मोदी और शी जिनपिंग के बीच होगी मीटिंग, 5 साल बाद ऐसा मौका

समाचार एजेंसी ANI ने मिसरी के हवाले से इसकी पुष्टि की है। ANI से मिसरी ने कहा कि मैं कह सकता हूं कि कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।

Pramod Praveen एएनआई, नई दिल्लीWed, 23 Oct 2024 05:51 AM
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बुधवार (23 अक्टूबर) को रूस के शहर कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक करेंगे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की है। दोनों नेताओं के बीच सीमा विवाद के बाद यह पहली मीटिंग होगी। समाचार एजेंसी ANI ने मिसरी के हवाले से इसकी पुष्टि की है। ANI से मिसरी ने कहा, “मैं कह सकता हूं कि कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।”

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गतिरोध उत्पन्न होने के बाद यह दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक होगी। हालांकि एक दिन पहले ही दोनों देशों ने LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर आम सहमति बनाई है। यह दोनों देशों के बीच चल रहे सैन्य गतिरोध को समाप्त करने में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। 2019 के बाद यह पहला मौका है, जब दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी।

बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन के साथ बातचीत में कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए और भारत इसके लिए हर संभव सहयोग देने को तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने टेलीविजन पर प्रसारित अपनी शुरुआती टिप्पणी में पुतिन से कहा कि भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली का ‘‘पूर्ण समर्थन’’ करता है।

मोदी ने यह भी कहा कि पिछले तीन महीनों में रूस की उनकी दूसरी यात्रा दोनों देशों के बीच ‘‘घनिष्ठ’’ तालमेल और गहरे विश्वास को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के मुद्दे पर लगातार संपर्क में हैं। जैसा कि मैंने पहले कहा, हमारा मानना ​​है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए।’’ इसके बाद पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच पेजेशकियन ने पश्चिम एशिया में शांति की आवश्यकता पर बल दिया तथा सभी पक्षों के साथ अपने अच्छे संबंधों के कारण संघर्ष को कम करने में भारत की भूमिका पर जोर दिया।

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जुलाई में चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रपति बने पेजेशकियन और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। दोनों नेताओं ने चाबहार बंदरगाह और अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (आईएनएसटीसी) सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने यहां प्रेसवार्ता में बताया कि मोदी और पेजेशकियन के बीच ‘‘सार्थक चर्चा’’ हुई। (भाषा इनपुट्स के साथ)

 

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