बुलंद भारत के शिल्पकार थे मनमोहन सिंह, मनरेगा, RTI खाद्य सुरक्षा कानून के भी जनक
- Manmohan Singh news: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उम्र संबंधी बीमारियों और फेंफडों में संक्रमण के चलते उनका निधान हो गया। पूरा देश उनके निधन पर शोक में डूबा हुआ है।
पूरा भारत आज पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है। उन्हें उम्र संबंधी बीमारियों के चलते एम्स लाया गया था। यहां पर रात के 9 बजकर 51 मिनट पर अंतिम सांस ली। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था पर और देश की राजनीति पर अपनी एक अलग छाप छोड़ी। आज देश की अर्थव्यवस्था जिस तेजी के साथ बढ़ रही है उसमें उनका विशेष योगदान रहा।
डॉक्टर मनमोहन सिंह देश के बेहद कठिन समय में अपनी बुद्धि का उपयोग करते हुए देश को गड्डे से निकाला। 1991 में उन्होंने देश के शुरू किए एलपीजी रिफार्म में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा मनमोहन सिंह देश के लिए मनरेगा, RTI, RTE और खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गरीबों के लिए 100 दिन के रोजगार की गारंटी योजना
प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2005 से शुरू किए अपने अधिनियम में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने का कानून बनाया। सरकार के इस फैसले के बाद लाखों लोग जो एक समय पर बेरोजगार हो जाते थे उन्हें इसका बेहद फायदा हुआ। उनके इसी फैसले के दम पर लोगों में यूपीए को लेकर भरोसा जमा।
लागू किया सूचना का अधिकार अधिनियम
प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह ने सरकार को लोगों के प्रति जवाबदेह बनाने का काम किया। यूपीए सरकार ने 2005 में नागरिकों के लिए आरटीआई लागू कर दिया। सरकार के इस फैसले का लाभ देश भर के नागरिकों को मिला और सत्ता ज्यादा जवाबदेह हुई और पारदर्शिता आई।
देश की जनता के लिए भोजन का अधिकार
आर्थिक स्थिति पर डंवाडोल होते देश को संभालने वाले डॉक्टर मनमोहन सिंह ने देश के गरीबों के लिए भी बहुत कुछ किया। साल 2013 में उन्होंने देश के गरीब लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया। उन्होंने केवल भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर इस मुद्दे को उठाकर लोगों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम देने की वकालत की। देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद संजीदगी के साथ काम करने वाले डॉक्टर मनमोहन सिंह ने किसानों के लिए भी बहुत काम किया। अपनी सरकार के दौरान उन्होंने कृषि संकट को दूर करने के लिए करीब 60 हजार करोड़ की ऋण माफी करके किसानों को राहत प्रदान की।
इन सब उपलब्धियों के अलावा डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अपने 10 सालों के प्रधानमंत्री के कार्यकाल और अन्य विशेष पदों को सुशोभित करते हुए देश के निर्माण में अपना विशेष योगदान दिया।