जब मनमोहन सिंह और सुषमा स्वराज में चला शायरी 'दंगल', संसद में खूब लगे ठहाके; कौन जीता-कौन हारा
- Manmohan Singh Passed: देश के पहले सिख पीएम मनमोहन सिंह ने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। वो 92 साल के थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सुषमा स्वराज के साथ संसद में शायरी दंगल अब भी लोग याद करते हैं।
Manmohan Singh Passed: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली एम्स में निधन हो गया है। वह देर शाम को तबीयत बिगड़ने के बाद इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती हुए थे। एम्स ने मनमोहन सिंह के निधन की पुष्टि कर दी है। वह 92 साल के थे। मनमोहन सिंह दो बार देश के पीएम रह चुके हैं। मनमोहन सिंह लोग उनके सरल व्यवहार और आर्थिक दिग्गज के रूप में जानते हैं। मनमोहन सिंह देश के पहले सिख पीएम थे। सुषमा स्वराज और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच हुई शेरो-शायरी अब भी लोग याद करते हैं।
मनमोहन सिंह एक्सिडेंटल पीएम भी कहा जाता है। 2004 में जब विदेशी मूल विवाद से बचने के लिए सोनिया गांधी ने अंतरआत्मा की आवाज का हवाला देते हुए पीएम बनने से इनकार कर दिया था। तब मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री चुना गया। वे बिना चुनाव लड़े दो बार देश के पीएम बने थे। उनके निधन पर पीएम मोदी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, शशि थरूर, भूपेंद्र हुड्डा और भूपेश बघेल ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।
जब सुषमा स्वराज और मनमोहन सिंह में चला शायरी दंगल
बात 15वीं लोकसभा की है, जब मनमोहन सिंह पीएम थे और नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज। भाजपा पर हमला बोलते हुए मनमोहन सिंह ने संसद में मिर्जा गालिब का शेर पढ़ा, ‘हम को उनसे वफा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।' इसके जवाब में सुषमा स्वराज ने भी शायरी में जवाब दिया। सुषमा स्वराज ने बशीर बद्र की रचना पढ़ी- कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता। सुषमा ने कहा कि अगर जवाब में दो शेर नहीं पढ़े तो ऋण बाकी रह जाएगा। दूसरे शेर में सुषमा स्वराज ने कहा, ‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं, जिंदगी और मौत के दो ही तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं, एक हमें याद नहीं।' इस पर संसद में खूब ठहाके लगे।
पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के निधन पर जताया शोक
पीएम नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने X पर लिखा, "भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बन गए। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनके हस्तक्षेप भी व्यावहारिक थे। हमारे प्रधान मंत्री के रूप में, उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।"
एम्स का बुलेटिन
एम्स ने उनके निधन पर बुलेटिन में कहा, अत्यंत दुःख के साथ कहना पड़ रहा है। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। उम्र से जुड़ी उन्हें दिक्कते थीं। उन्हें रात 8:06 बजे नई दिल्ली के एम्स की मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।