अखिलेश यादव ने तब मुंह में टेप लगा ली थी, ललन सिंह ने जाति जनगणना पर किया बड़ा दावा
ललन सिंह ने दावा किया कि मुंबई में जब INDIA अलायंस की मीटिंग थी तो नीतीश कुमार जी ने जाति गणना पर प्रस्ताव लाने की बात कही थी। तब अखिलेश यादव ने मुंह पर टेप चिपका ली थी और कुछ नहीं बोल सके थे।
लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय पंचायती राज मंत्री और जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला और कहा कि जब इंडिया गठबंधन की मीटिंग में इस पर बात हो रही थी तब उन्होंने मुंह पर टेप चिपका लिया था। सिंह ने सदन में कहा कि थोड़ी देर पहले जाति जनगणना की बात हो रही थी। अखिलेश यादव यह सवाल उठा रहे थे लेकिन मुंबई में जब INDIA अलायंस की मीटिंग थी तो नीतीश कुमार जी ने इस पर प्रस्ताव लाने की बात कही थी। तब अखिलेश यादव ने मुंह पर टेप चिपका ली थी और कुछ नहीं बोल सके थे। सिंह ने कहा, "मैं उस दौरान वहीं था और पूरे मामले का गवाह हूं।"
अखिलेश यादव ने चर्चा के दौरान अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का हनन करने का आरोप लगाया और दावा किया कि देश के मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने लोकसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि यदि यह सरकार जाति जनगणना नहीं कराती है तो विपक्ष में बैठे लोग सत्ता में आएंगे तो इसे जरूर कराएंगे। यादव ने कहा कि संविधान कहता है कि सरकार की नजर में सभी समान हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश के अल्पसंख्यकों और विशेषकर मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास हो रहा है, उन पर हमला किया जा रहा है, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।’’ सपा नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर इस तरह की घटनाएं जानबूझकर की गईं और विधानसभा उपचुनाव के समय लोगों को मतदान से रोका गया।
ललन सिंह ने प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला और कहा कि संविधान को कोई खतरा नहीं है। सिंह ने दावा किया कि मोदी जी संविधान के सबसे बड़े रक्षक हैं और जब तक नरेंद्र मोदी हैं, तब तक कोई भी संविधान से छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।