Hindi Newsदेश न्यूज़Indian Railways enhance passenger comfort with air curtains in Vande Bharat Express trains

रेलवे यात्रियों के लिए खुशखबरी, वंदे भारत ट्रेनों में अब मिलेगा यह खास सुविधा

  • भारतीय रेलवे सालाना लगभग 4,000 किलोमीटर जोड़कर नेटवर्क विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों के दौरान 31,180 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई हैं।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानMon, 3 Feb 2025 02:35 PM
share Share
Follow Us on
रेलवे यात्रियों के लिए खुशखबरी, वंदे भारत ट्रेनों में अब मिलेगा यह खास सुविधा

रेलवे को आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाने की दिशा में लगातार काम जारी है। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में एयर कर्टन लगाने का फैसला लिया है। इससे यात्रा और ज्यादा आरामदायक होगी। साथ ही, रेलगाड़ी की सुंदरता भी बढ़ेगी। उत्तर रेलवे ने पहल करते हुए नई दिल्ली-खजुराहो रूट पर एयर कर्टन लगाने शुरू कर दिए हैं। इसे जम्मू-श्रीनगर खंड सहित देश भर में दूसरी प्रमुख ट्रेनों में भी स्थापित करने की तैयारी है। इससे नेशनल ट्रांसपोर्टर की विश्व स्तरीय यात्रा मानकों के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत मिलती है।

ये भी पढ़ें:यात्रीगण कृपया ध्यान दें, इस वंदे भारत ट्रेन में मिलेगा केवल शाकाहारी भोजन
ये भी पढ़ें:झारखंड से 2 शहरों के लिए चलेगी वंदे भारत ट्रेन, बजट में ऐलान से रास्ता साफ

भारतीय रेलवे फिलहाल देश के अन्य हिस्सों से कश्मीर तक ट्रेनें चलाने की दिशा में काम कर रहा है। इसमें चुनौती यह है कि पारंपरिक वातानुकूलित डिब्बे घाटी में मौजूद अत्यधिक ठंड की स्थिति में यात्रा के लिए सही नहीं होंगे। इसलिए रेलवे जम्मू-श्रीनगर खंड को गर्म डिब्बों के साथ चालू करेगा जो घाटी में भी कारगर साबित होंगे। गौरतलब है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रेलवे को 2.52 लाख करोड़ रुपये के बजट आवंटन को मंजूरी दी है। यह 2024-25 में आवंटित की गई राशि के लगभग बराबर है।

सालाना 4 हजार किमी रेलवे नेटवर्क का विस्तार

भारतीय रेलवे सालाना लगभग 4,000 किलोमीटर जोड़कर नेटवर्क विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों के दौरान 31,180 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई हैं। भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग एवं दूरसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक शैलेंद्र कुमार गोयल ने कहा, 'वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सिग्नलिंग और दूरसंचार कार्यों के लिए सकल बजट परिव्यय 6,800 करोड़ रुपये है। अगले पांच वर्षों में 44,000 आरकेएम पर कवच सुविधा देने की भारतीय रेलवे की योजना को देखते हुए यह राशि अपर्याप्त है।'

अगला लेखऐप पर पढ़ें