इस हादसे में मालगाड़ी के सात डिब्बे और एक इंजन पटरी से उतर गए। इसके चलते अमलनेर स्टेशन पर अप और डाउन दोनों दिशाओं की रेल सेवाएं ठप हो गई हैं।
स्पेशल सैन्य ट्रेन का सफल परीक्षण रेलवे की तकनीकी प्रगति को दर्शाता है। यह कदम क्षेत्र में सुरक्षा, कनेक्टिविटी और विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बरेली-रामपुर-मुरादाबाद रेल खंड उत्तर भारत के प्रमुख रेल खंडों में से एक है। 63 किलोमीटर दूरी की यह लाइन लखनऊ से दिल्ली को जोड़ती है। बरेली से रामपुर के बीच रामपुर रेलवे लाइन पर प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनों का संचालन होता है। मगर इनमें एक भी पैंसेजर ट्रेन नहीं है।
अब सायरन बजते ही चलती ट्रेनों की लाइटें बंद हो जाएंगी। भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर के बावजूद सतर्कता बरती जा रही है। देश के विभिन्न राज्यों और कानपुर से होकर गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर को जाने वाली ट्रेनों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
नई दिल्ली से ट्रेन रवाना होने के बाद गाजियाबाद में इंजन पावर कार के डीजल टैंक में पत्थर तोड़ने और दीवार में छेद करने वाला ड्रिलर घुस गया। पायलट और गार्ड को पता भी नहीं चल पाया।यह पहिए के नीचे आ जाता तो ट्रेन पलट सकती थी।
पटना के नजदीक बिहटा स्टेशन और पाली हॉल्ट के बीच लुटेरों ने इस लूटपाट को अंजाम दिया है। लुटेरों ने कर्मभूमि एक्सप्रेस में यात्रियो से मारपीट भी की। लुटेरे यात्रियों से नकदी और गहने लूट ले गए। हैरानी की बात है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
भारतीय रेल के लोको पायलट दिन-रात यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाते हैं, लेकिन उनकी सुविधाओं की उपेक्षा की जा रही है। वे भोजन अवकाश, शौचालय और एसी की मांग कर रहे हैं। हाई पावर कमेटी द्वारा कुछ सुझाव दिए...
कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ उद्वेलित है। देश के लोग आक्रोशित तो हैं, लेकिन वे भयाक्रांत नहीं हैं। इसलिए धनबाद से जम्मू जानेवाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम नहीं हो रही है।
हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत में तकनीकी खराबी आने के कारण यह ट्रेन तकरीबन डेढ़ घंटे डेहरी रेलवे स्टेशन पर रुकी रही। ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेलवे के निगरानी विभाग ने सीबीआई में शिकायत की थी। सत्यापन के बाद सीबीआई, पटना की एसीबी शाखा ने बीते 25 अप्रैल को केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं।