Vande Bharat Sleeper News: अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल टर्मिनस के बीच इस नई स्लीपर ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हुआ। पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, ट्रायल के दौरान ट्रेन ने अधिकतम 130 किमी/घंटे की रफ्तार पकड़ी।
नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22439) अब दोपहर 02:05 बजे के बजाय 02:15 बजे पहुंचेगी। यहां इस बात का ध्यान रखें कि नया शेड्यूल केवल 20 जनवरी से लागू होगा।
Indian Railway: भारतीय रेलवे की ओर से बताया गया कि दिल्ली जाने वाली 27 ट्रेनें कोहरे के कारण लेट हैं। इसलिए शुक्रवार को जो लोग दिल्ली से ट्रेन पकड़ने वाले हैं, उन्हें इससे संबंधित जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।
लगभग 500 यात्रियों को लेकर विल्लुपुरम-पुडुचेरी ट्रेन जब सुबह 5.25 बजे विल्लुपुरम से रवाना हुई। ट्रेन एक मोड़ पार कर रही थी, तभी उसके डिब्बे पटरी से उतर गए और लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को रोक दिया।
मधुबनी रेलवे स्टेशन पर पवन एक्सप्रेस बीते 2 घंटे से खड़ी है। दरअसल राजनगर स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। इसी दौरान ट्रेन का ब्रेक पाइप क्षतिग्रस्त हो गया। जिसे बदलने में समय लग रहा है। वहीं यात्री भी परेशान हैं।
मुजफ्फरपुर जंक्शन का विश्वस्तरीय निर्माण हो रहा है। यहां एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियों की दी जानी हैं। इसी क्रम में जंक्शन के दक्षिणी हिस्से को भी विकसित करना है।
Indian Railways: ठंड में कोहरे के चलते बीते कई दिनों से यही आलम बना हुआ है। खासतौर से उत्तर भारत के अलग-अलग शहरों में ट्रेनों की रफ्तार थम गई है। रेलवे रूट पर घने कोहरे की वजह से अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी रही है।
कोहरे के चलते शनिवार को पटना जंक्शन पर तेजस आठ घंटे तो संपूर्ण क्रांति नौ घंटे की देरी से आई। सबसे ज्यादा लेटलतीफ कोलकाता राजधानी रही। यह ट्रेन 12 घंटे 50 मिनट की देरी से पहुंची। ब्रह्मपुत्र मेल सात घंटे, कोटा पटना चार घंटे 35 मिनट लेट पहुंची।
सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम वंदे भारत ट्रेन में 20 कोच होने के बाद चेयर कार की संख्या 18 हो जाएगी जिसमें 1,336 यात्री सफर कर सकेंगे। पहले इस ट्रेन में 14 चेयर कार थे जिनमें 1,024 लोग सवारी कर सकते थे।
यह ट्रेन दिल्ली से दोपहर 3 बजे के बजाए शाम 8:35 बजे रवाना हुई और लगभग सवा तीन घंटे की देरी से चल रही थी। वहीं वाराणसी से प्रयागराज होकर नई दिल्ली जाने वाली वंदे भारत भी देरी से आई। चंडीगढ़ से प्रयागराज संगम तक चलने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस 9 घंटे की देरी से संगम स्टेशन पहुंची।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘10 हजार लोकोमोटिव में कवच लगाया जा रहा है और 15 हजार किलोमीटर ट्रैकसाइड फिटिंग की जा रही है। इंजनों के आगे कैमरे भी लगाए जा रहे हैं।’
Indian Railways: रेलवे की ओर से बताया गया कि देश के अलग-अलग हिस्सों से दिल्ली जाने वाली 26 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। ऐसे में यात्री भी काफी परेशान हैं और वे कई घंटों के विलंब से अपने गंतव्य स्थल तक पहुंच पाएंगे।
कटरा से बनिहाल तक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 180 डिग्री के कोण पर बढ़ते ट्रैक पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन के सफल परीक्षण ने रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है।
महाकुम्भ के यात्रियों के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने प्रयागराज से दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस समेत तीन प्रमुख ट्रेनों का संचालन बदल दिया। साथ ही लखनऊ, अयोध्या, जौनपुर से मेला विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। रेलवे ने इस बार कुल 13 हजार ट्रेनों की व्यवस्था की है।
कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस क्रम में सोमवार को कोहरे के कारण पीडीडीयू जंक्शन से गुजरने वाली चार ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया। वही राजधानी एक्सप्रेस डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेनें काफी विलंबित रहीं।
घटना शनिवार सुबह 11 बजे की है। दरअसल, किसी यात्री ने इमरजेंसी चेन खींच दी थी। अखबार से बातचीत में एक अधिकारी ने बताया, 'ट्रेन गार्ड एसएस कदम को यात्रियों से पता लगा कि एक युवक तीसरे कोच से गिर गया है।
चंदौली के पीडीडीयू जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों पर कोहरे का कहर जारी है। रविवार को डाउन की हावड़ा, सियालदह, भुवनेश्वर, पटना राजधानी तेजस दस घंटे तक विलंबित रहीं। वही स्पेशल ट्रेनें 17 घंटे तक लेट से रवाना हुई। ट्रेनों के काफी विलम्ब से चलने के कारण यात्रियों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रहा है।
रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती निकाली है। इस समय भर्ती प्रक्रिया चल रही है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 जनवरी 2025 है।
शनिवार को बठिंडा से गोरखपुर आने वाली 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस 13 घंटे की देरी से रात 10.50 बजे गोरखपुर पहुंची। यह ट्रेन शुक्रवार को दिल्ली में रात 9.30 बजे की जगह शनिवार को सुबह 5 बजे आई। इसके चलते यात्रियों को कड़ाके की ठंड में पूरी रात प्लेटफार्म पर ही काटनी पड़ी। जैसे-तैसे ट्रेन रुक-रुक चलती रही।
उत्तर रेलवे ने बताया कि कुल 59 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 6 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। 22 ट्रेनें करीब 8 घंटे की देरी से चल रही हैं। रेलवे के मुताबिक, 22436 नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस 4 घंटे से ज्यादा की देरी से चल रही है।
यात्रियों के लिए यह बेहतर होगा कि शुक्रवार (3 जनवरी) को रेलवे स्टेशन के लिए निकलने से पहले एक बार लिस्ट जरूर देख लें। आपको यह चेक कर लेना चाहिए कि आपने जिस ट्रेन से यात्रा के लिए टिकट बुक किया था, फिलहाल उसका क्या स्टेटस है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि एक युवक खुले आम ट्रेन की सीटों को फाड़ रहा। मामला ट्रेन के सामान्य कोच का लग रहा है। यह साफ नहीं है कि घटना किस ट्रेन की है और न ही स्थान को लेकर जानकारी स्पष्ट हो सकी है।
अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में प्रमुख स्नानों के दिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज जाएंगे। सभी प्रमुख स्टेशनों से ट्रेन चलाने की तैयारी चल रही है। अभी 156 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को महाकुंभ के लिए चलाने के लिए समय सारिणी बनाई गई है। विभिन्न तारीखों में 54 ट्रेनें गोरखपुर स्टेशन से चलेंगी।
यात्री अक्सर अपने सफर के दौरान भारी-भरकम सामान भी साथ लेकर चलते हैं। हालांकि, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सामान ले जाने की सीमा तय कर रखी है।
इस घटना को लेकर उरुली पुलिस ने सोमवार को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने या रेल यात्रा को असुरक्षित बनाने के इरादे से की गई शरारत का मामला दर्ज किया है।
उद्घाटन वाले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ट्रेन में यात्रा करेंगे। इस संबंध में फिलहाल ट्रायल चल रहा है। उत्तर रेलवे के मुख्य प्रवक्ता हिमांशु शेखर उपाध्याय ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘कटरा रियासी के बीच 17 किलोमीटर लंबे सेक्शन पर काम चल रहा है। ट्रायल के बाद सफर शुरू किया जाएगा।’
वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों को जिस तरह की विशेष सुविधाएं मिलती हैं, उससे यात्रा अनुभव और भी शानदार हो जाता है। जैसे कि ये ट्रेनें कवच तकनीक से लैस हैं। इनमें 360 डिग्री घूमने वाली सीटें हैं और दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय की सुविधा है।
कोहरे के कारण 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक सहारनपुर से होकर जाने वाली 22 ट्रेनें पहले ही रेलवे निरस्त कर चुका है, अब 25 और ट्रेनों के रद्द हो जाने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस रूट पर दो जनवरी से मेगा ब्लॉक लिया जा रहा है।
टनकपुर मथुरा के बीच चलने वाली 05061 टनकपुर मथुरा विशेष ट्रेन के संचालन 31 मार्च तक विस्तार कर दिया गया है। बीते दिनों इसके फेरे 31 दिसंबर तक बढ़ाए गए थे। यदि यह ट्रेन नियमित हो जाए तो हाथरस से कासगंज व मथुरा जाने वाले यात्रियों को खासी राहत मिलेगी।
रेलवे के 3280 लोको पायलटों को लगातार पांच रात या उससे अधिक समय तक ट्रेन चलानी पड़ी। जबकि रेलवे संरक्षा नियमों के अनुसार रनिंग स्टाफ से अधिकतम चार रात तक ही लगातार ड्यूटी कराई जा सकती है। खुलासा होने पर रेलवे बोर्ड ने सेंटर फॉर रेलवे इंफार्मेशन सेंटर (क्रिस) को हिदायत दी है।