वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल रन बीते जनवरी में हुआ था। 16 डिब्बे वाली पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट को अब भर्राटा भरने के लिए रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (RDSO) की मंजूरी का इंतजार है।
भारतीय रेलवे की प्रोडक्शन यूनिट ICF ने वंदे भारत ट्रेन निर्माण में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। इसने देश की 82वीं वंदे भारत चेयर कार रेक का निर्माण पूरा कर लिया है। यह नई ट्रेन जल्द ही पटरियों पर फर्राटा भरती नजर आएगी।
प्रयागराज से जुड़ी दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को पहले ही निरस्त किया जा चुका है। उत्तर मध्य रेलवे के अलावा पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे ने भी कई ट्रेनों को रद्द किया है।
तकनीकी कारणों से ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है। विक्रमसिला और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस समेत 13 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया। वहीं 9 ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। र्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने जानकारी दी।
मंत्रालय ने कहा कि आरपीएफ ने घटना की कोई जांच नहीं की है, बल्कि उत्तरी रेलवे द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच की जा रही है।
काम करने के दौरान खराब परिस्थितियों को लेकर देश के सैकड़ों लोको पायलट 20 फरवरी से धरने पर बैठने जा रहे हैं। लोको पायलट के मुताबिक उन्हें 20-20 घंटे तक भी लगातार काम करना पड़ता है। उनकी मांगें क्या है?
वाराणसी-हावड़ा के बीच हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रस्तावित है। इस रूट पर गया-कोडरमा सेक्शन के बीच जमीन सर्वे का काम शुरू हो गया है, मानपुर में बुलेट ट्रेन का स्टेशन बनाया जाना प्रस्तावित है।
कटरा से श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस में हीटिंग सिस्टम, एंटी-स्पॉल लेयर और स्वचालित दरवाजे जैसी सुविधाएं होंगी। ट्रेन को ठंड के मौसम में माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक आसानी से चलने के लिए डिजाइन किया गया है।
19 फरवरी तक ब्लॉक के चलते 78 ट्रेनों का संचालन प्रभावित है। ट्रेनों के निरस्त होने से यात्रियों को अधिक दिक्कत उठानी पड़ी। रविवार को 412 लोगों ने अपने टिकट निरस्त कराये।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई। आलम यह था कि स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ रही थी और रेलवे अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। इस घटना में रेलवे की पांच बड़ी गलतियां सामने आई हैं।