जंग से त्रस्त फिलिस्तीन को मदद भेजेगा भारत, जरूरी दवाओं सहित 30 टन की पहली खेप रवाना
- भारत ने जंग की मार झेलते गाजा को मानवीय सहायता भेजने की घोषणा की है। भारत ने फिलिस्तीन के लिए शांतिपूर्ण ’टू स्टेट सॉल्यूशन’ की प्रतिबद्धता दोहराई है। साथ ही इजरायल के साथ सह-अस्तित्व वाले एक संप्रभु, आजाद फिलिस्तीन का समर्थन किया है।
इजरायल के साथ अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे फिलिस्तीन में हालात बिगड़ रहे हैं। इस त्रासदी के बीच अब भारत ने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता देने की पेशकश की है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की है कि इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष के बीच भारत ने मदद की पहली खेप फिलिस्तीन भेजी है। संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी UNRWA के माध्यम से फिलिस्तीन को कुल 30 टन मानवीय सहायता भेजी गई है जिसमें जरूरी दवाइयां, सर्जिकल सप्लाइज और ऊर्जा वाले बिस्किट शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को बताया, “भारत ने UNRWA के माध्यम से फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी है। सहायता की पहली खेप में 30 टन दवाएं और खाद्य सामग्री शामिल हैं जो आज रवाना हो गई है। इस खेप में आवश्यक दवाएं भी शामिल हैं।"
इससे पहले जुलाई की शुरुआत में भारत ने फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी को 2.5 मिलियन अमरीकी डालर की किश्त जारी की थी। यह 2024-25 के लिए 5 मिलियन अमरीकी डालर के भारत के वार्षिक योगदान का एक हिस्सा था। भारत ने हर बार शांतिपूर्ण तरीकों से फिलिस्तीन मुद्दे को हल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। भारत ने ‘2 स्टेट सॉल्यूशन’ का समर्थन किया है जिसका उद्देश्य इजरायल के साथ साथ संप्रभु और आजाद फिलिस्तीनी राज्य का गठन करना है।
गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच गाजा में 7 अक्टूबर 2023 से जंग जारी है। हमास ने इजरायल पर हमला किया था जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 253 बंधक बना लिया गया था। इसमें बाद से इजरायल ने लगातार गाजा पर हमले किए हैं। गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इजरायली हमलों में 41,500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं इस क्षेत्र में रहने वाले लगभग 23 लाख लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।