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अर्णब से लेकर जुबैर तक, मैंने सभी को जमानत दी; CJI चंद्रचूड़ ने क्यों कहा ऐसा?

  • सीजेआई चंद्रचूड़ ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके आवास पर गणेश पूजन के अवसर पर आने को लेकर उठे विवाद का भी जवाब दिया।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 5 Nov 2024 06:54 PM
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भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा कि उनके दो साल के कार्यकाल में सर्वोच्च न्यायालय ने 21,358 जमानत मामलों का निपटारा किया, जबकि 21,000 नए जमानत आवेदन दाखिल हुए। सीजेआई चंद्रचूड़ ने बताया कि उन्होंने जमानत देने के मामले में हमेशा से व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है। इस दौरान उन्होंने पत्रकार अर्णब गोस्वामी और फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर का नाम लिया।

इंडियन एक्सप्रेस अड्डा कार्यक्रम में बोलते हुए सीजेआई ने ट्रायल कोर्ट्स के कई मामलों में जमानत नहीं देने के मुद्दे पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर विषय है क्योंकि 'जमानत नियम है, अपवाद नहीं' का संदेश ट्रायल कोर्ट्स तक नहीं पहुंच पाया है, और वे जमानत देने में हिचकिचाते हैं। सीजेआई ने कहा, "मैं अपनी बात करूं, तो मैंने हमेशा कहा है कि मैंने 'ए टू जेड'... अर्णब से लेकर जुबैर तक, सभी को जमानत दी है। यही मेरी फिलोसोफी है।"

गौरतलब है कि तत्कालीन भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियों से जुड़े मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने साल 2022 में मोहम्मद जुबैर को अंतरिम जमानत दी थी। दिल्ली पुलिस ने 27 जून 2022 को उन्हें 2018 के एक ट्वीट के लिए "हिंदू धार्मिक मान्यताओं का अपमान करने" के आरोप में गिरफ्तार किया था। बाद में, पुलिस ने जुबैर पर अन्य आरोप भी लगाए जिनमें आपराधिक साजिश, सबूत नष्ट करना और विदेशी धन प्राप्त करना शामिल था। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने टीवी न्यूज एंकर अर्णब गोस्वामी को भी आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में जमानत दी थी।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके आवास पर गणेश पूजन के अवसर पर आने को लेकर उठे विवाद का भी जवाब दिया। उन्होंने इसे कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच संवाद का हिस्सा बताते हुए कहा कि ऐसे संवाद न्यायपालिका के कार्य का एक नियमित अंग होते हैं। सीजेआई ने कहा, “सच्चाई यह है कि, जैसा मैंने कहा, ऐसे संवादों में कोई सौदेबाजी नहीं होती। कृपया, हम पर विश्वास करें, हम वहां सौदे नहीं कर रहे होते।” सीजेआई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

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