बिक्री घटी, प्रोटेस्ट में लगे लोग; कैसे दुर्गा पूजा महोत्सव पर असर डाल रहा कोलकाता का घिनौना कांड
- दुर्गा पूजा उत्सवों के लिए प्रसिद्ध राज्य पश्चिम बंगाल में इस साल महोत्सव का रंग फीका नजर आ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल महोत्सव में अर्थव्यवस्था का अनुमान 20 से 30 फीसदी तक घट सकता है।
दुर्गा पूजा उत्सवों के लिए प्रसिद्ध राज्य पश्चिम बंगाल में इस साल महोत्सव का रंग फीका नजर आ रहा है। अर्थशास्त्री और उद्योग विशेषज्ञ अनुमान जता रहे हैं कि इस साल दुर्गा पूजा महोत्सव में बिक्री घट गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल महोत्सव में अर्थव्यवस्था का अनुमान 20 से 30 फीसदी तक घट सकता है। उन्होंने आशंका जताई कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से हुई बलात्कार और हत्या जैसी घटना की छाया महोत्सव पर मंडराती दिख रही है। अस्पताल में हुई घटना के कारण पूरे राज्य में शोक की लहर है।
पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा महोत्सव राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। यह राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कम से कम एक-तिहाई का योगदान देता है। यह खुदरा, आतिथ्य और हस्तशिल्प सहित विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करता है। अर्थशास्त्री और उद्योग विशेषज्ञ हालिया मुद्दों की ओर इशारा कर रहे हैं, जो इस साल दुर्गा पूजा महोत्सव में जनमानस की भावना को कमजोर कर रही है।
कोलकाता का घिनौना कांड मुख्य वजह
आर जी कर की घटना ने व्यापक विरोध और आक्रोश को जन्म दे दिया है। महीनेभर से कोलकाता ही नहीं राज्य भर में आंदोलन तेजी से फैल चुका है। लोगों में महोत्सव को लेकर उतनी उत्सुकता नहीं दिख रही है। बिक्री घट गई है और लोग महोत्सव के बजाय कोलकाता के घिनौने कांड के विरोध में प्रदर्शन को सड़क पर उतर रहे हैं।
अर्थशास्त्री सुमन के मुखर्जी ने कहा, ‘‘ इस साल पूजा अर्थव्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है और इसका असर स्पष्ट है। शासन संबंधी मुद्दों और सभी क्षेत्रों में व्यापक भ्रष्टाचार के कारण लोग उदास हैं। राज्य में औद्योगीकरण की कमी के कारण आय, वेतनवृद्धि अपेक्षाकृत कम है।’’ दुर्गा पूजा आयोजकों के एक संघ, फोरम फॉर दुर्गोत्सव के अध्यक्ष काजल सरकार ने कहा, ‘‘इस साल कॉरपोरेट प्रायोजन खर्च में 30 प्रतिशत की कमी आई है।’’
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 40,000 से अधिक पूजाएं होती हैं और खर्च में यह कमी विशेष रूप से छोटे दुर्गा पूजा आयोजकों को प्रभावित कर रही है। दुर्गा पूजा अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण फेरीवाला समुदाय भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है।
इसके विपरीत, ई-कॉमर्स क्षेत्र को इस स्थिति से लाभ हुआ है। फ्लिपकार्ट ने अपने वार्षिक शॉपिंग फेस्टिवल के दौरान कोलकाता के बाहर के जिलों से सकारात्मक प्रतिक्रिया की सूचना दी। वित्त विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस दुर्गा पूजा में सुस्त आर्थिक गतिविधियों को स्वीकार किया। उन्होंने मध्यम और निम्न मध्यम वर्गों के बीच उपभोक्ता भावना और खर्च करने की क्षमता में कमी का हवाला दिया।