विशाखापत्तनम बनेगा SC की ऐतिहासिक बैठक का गवाह, CJI सहित 25 जज रहेंगे मौजूद; परिवार भी साथ
- इस बैठक को औपचारिक चर्चा के साथ पारिवारिक यात्रा के रूप में भी देखा जा रहा है। सभी जज इस यात्रा में शामिल नहीं हो रहे हैं। 24 जज और उनके परिवार ने इस पहल को स्वीकार किया है।
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार 25 जज विशाखापत्तनम में बैठक करेंगे। इनमें भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना भी शामिल हैं। यह बैठक 11 और 12 जनवरी को आयोजित होगी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और 'पूर्ण अदालत' की बैठक भी होगी। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने इस पहल की शुरुआत की है, जिसमें सभी 24 जज और उनके परिवार अपने खर्चे पर यात्रा करेंगे। वे सुप्रीम कोर्ट कर्मचारियों को मिलने वाली लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) योजना का लाभ उठाकर इस यात्रा को पूरा करेंगे।
कोर्ट के धन का उपयोग न करने की अनूठी पहल
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य न्यायाधीश खन्ना ने अपने सहयोगी जजों, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्य कांत से इस बारे में चर्चा की। दोनों वरिष्ठ जजों ने सहमति व्यक्त की कि यह बैठक दिल्ली से बाहर, एक तनाव-मुक्त वातावरण में होनी चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि इसमें अदालत के धन का इस्तेमाल न हो और जज LTC का इस्तेमाल करें।
पारिवारिक यात्रा और औपचारिक बैठक का संयोजन
इस बैठक को औपचारिक चर्चा के साथ पारिवारिक यात्रा के रूप में भी देखा जा रहा है। हालांकि, सभी जज इस यात्रा में शामिल नहीं हो रहे हैं। 24 जज और उनके परिवार ने इस पहल को स्वीकार किया है। वहीं, कुछ जजों ने अपनी पूर्व निर्धारित व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के कारण इसमें भाग लेने में असमर्थता जताई है।
LTC योजना के तहत यात्रा
सुप्रीम कोर्ट के कर्मचारियों को हर चार साल में एक बार अखिल भारतीय LTC और हर दो साल में एक बार गृह नगर LTC का लाभ मिलता है। इसी योजना के तहत जज अपनी यात्रा करेंगे। यह पहली बार है कि सुप्रीम कोर्ट के जज इस तरह का एकत्रित कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जो पारिवारिक और आधिकारिक कार्यों का संयोजन होगा।