क्या है राष्ट्रपर्व वेबसाइट, गणतंत्र दिवस से पहले रक्षा सचिव ने क्यों किया लॉन्च; क्या-क्या फायदा
ये वेबसाइट गणतंत्र दिवस, बीटिंग रिट्रीट समारोह, स्वतंत्रता दिवस आदि जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के आयोजन से संबंधित जानकारी, सीधा प्रसारण, टिकटों की खरीद, बैठने की व्यवस्था की जानकारी प्रदान करेगी।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को राष्ट्रपर्व नाम से एक वेबसाइट की शुरुआत की। इसके साथ ही उसका मोबाइल ऐप की भी शुरुआत की गई है। यह वेबसाइट गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे कार्यक्रमों के आयोजन से संबंधित जानकारी के साथ-साथ उनका सीधा प्रसारण और टिकटों और बैठने की व्यवस्था से संबंधित पूरा विवरण प्रदान करेगी। रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती (25 दिसंबर) पर ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर ‘राष्ट्रपर्व’ वेबसाइट और इसका मोबाइल ऐप जारी किया।
बयान में कहा गया है, ‘‘वेबसाइट गणतंत्र दिवस, बीटिंग रिट्रीट समारोह, स्वतंत्रता दिवस आदि जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के आयोजन से संबंधित जानकारी, सीधा प्रसारण, टिकटों की खरीद, बैठने की व्यवस्था और कार्यक्रमों के रूट-मैप आदि से संबंधित जानकारी प्रदान करेगी।’’
रक्षा सचिव ने कहा कि मंत्रालय द्वारा विकसित ‘राष्ट्रपर्व’ वेबसाइट और मोबाइल ऐप में झांकी के प्रस्तावों और कार्यक्रमों से संबंधित ऐतिहासिक डेटा के प्रबंधन की भी व्यवस्था है। बयान के अनुसार, इसमें झांकी प्रबंधन पोर्टल भी है, ताकि राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और विभागों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अपनी झांकियों को डिजाइन करने और अंतिम रूप देने में सुविधा प्रदान की जा सके।
बयान में कहा गया है कि वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन मंत्रालय द्वारा अपनाई गई परामर्श प्रक्रिया का परिणाम है। राज्यों ने झांकियों के डिजाइन से संबंधित डेटा के प्रबंधन के लिए एक पोर्टल बनाने का सुझाव दिया था। इसी तरह, फीडबैक में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों के दर्शकों ने कार्यक्रमों, परेड, झांकियों के बारे में जानकारी रखने का सुझाव दिया था। राष्ट्रपर्व वेबसाइट इन सभी इनपुट को शामिल करके विकसित की गई है।
इस वेबसाइट को rashtraparv.mod.gov.in पर एक्सेस किया जा सकता है और मोबाइल ऐप को सरकारी ऐप स्टोर (एम-सेवा) से डाउनलोड किया जा सकता है। बयान में कहा गया है कि यह पहल पारदर्शिता और नागरिक-केंद्रित शासन की दिशा में एक बड़ा कदम है और सुशासन दिवस पर दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री को सच्ची श्रद्धांजलि है।