देश भर में दौड़ रहीं 136 वंदे भारत; इस साल 62 ट्रेनें हुईं शुरू; रेलवे ने और क्या बताया
- वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों को जिस तरह की विशेष सुविधाएं मिलती हैं, उससे यात्रा अनुभव और भी शानदार हो जाता है। जैसे कि ये ट्रेनें कवच तकनीक से लैस हैं। इनमें 360 डिग्री घूमने वाली सीटें हैं और दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय की सुविधा है।
भारतीय रेलवे की ओर से साल 2024 में लोगों का यात्रा सुलभ बनाने के कई प्रयास हुए। इसके तहत विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव देने और माल ढुलाई दक्षता को बढ़ाने की दिशा में काम हुआ। इसी का नतीजा है कि भारतीय रेलवे नेटवर्क पर कुल 136 मेड इन इंडिया वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेल मंत्रालय की ओर से साल के अंत में जारी बयान में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि कैलेंडर वर्ष 2024 के दौरान 62 वंदे भारत ट्रेनें शुरू की गईं। अब तो सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनें आधुनिक, कुशल और आरामदायक रेल यात्रा का प्रतीक बन गई हैं। लोग अब वंदे भारत ट्रेन से यात्रा को प्राथमिकता देने लगे हैं।
वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों को जिस तरह की विशेष सुविधाएं मिलती हैं, उससे यात्रा अनुभव और भी शानदार हो जाता है। जैसे कि ये ट्रेनें कवच तकनीक से लैस हैं। इनमें 360 डिग्री घूमने वाली सीटें हैं और दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय की सुविधा दी गई है। भारतीय रेलवे की ओर से बताया गया कि इस साल 3,210 किलोमीटर रेल ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ है। रेलवे विद्युतीकरण के ब्रॉड गेज नेटवर्क को 97 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण होना है। इसके लिए 1,337 स्टेशनों की पहचान की गई है। 1,198 रेलवे स्टेशनों पर काम भी शुरू हो गया है। दूसरे रेलवे स्टेशनों के लिए जल्द ही टेंडर जारी होंगे।
शून्य कार्बन उत्सर्जक बनने का लक्ष्य
बता दें कि भारतीय रेलवे ने साल 2030 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक बनने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में नवंबर तक लगभग 487 मेगावाट के सौर संयंत्र और करीब 103 मेगावाट के पवन ऊर्जा संयंत्र चालू कर दिए गए हैं। वर्ष 2024-25 में इंडियन रेलवे के लिए कुल पूंजीगत व्यय 2,65,200 करोड़ रुपये है, जो बजट में आवंटित सबसे बड़ी रकम है। इस बीच, महाकुंभ मेले के अवसर पर पश्चिम रेलवे ने 6 वन-वे स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। मंडल रेल प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि पश्चिम रेलवे की ओर से यात्रियों की यह सुविधा दी जाएगी। महाकुंभ मेला-2025 के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके तहत साबरमती-प्रयागराज, भावनगर टर्मिनस-प्रयागराज, उधना–प्रयागराज और वलसाड-प्रयागराज स्टेशनों के बीच विशेष किराए पर 6 वन-वे स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।