Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Team Thackeray Shiv Sena blames Congress attitude for MVA Maharashtra poll drubbing

उनका ओवरकॉन्फिडेंस ले डूबा, उद्धव सेना ने कांग्रेस पर फोड़ा महाराष्ट्र हार का ठीकरा

  • भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस, शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना वाले एमवीए गठबंधन ने केवल 46 सीटें ही जीतीं।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईThu, 28 Nov 2024 06:08 PM
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हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) की करारी हार के बाद शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता अंबादास दानवे ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस के 'अति आत्मविश्वास' (ओवरकॉन्फिडेंस) और सीट-बंटवारे के दौरान 'घमंडपूर्ण रवैये' को एमवीए गठबंधन की हार का मुख्य कारण बताया।

भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस, शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना वाले एमवीए गठबंधन ने केवल 46 सीटें ही जीतीं। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि महाविकास अघाड़ी को उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करना चाहिए था। उन्होंने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, "वे रिजल्ट आने से पहले ही सूट और टाई पहनने की तैयारी में थे।"

दानवे ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस महाराष्ट्र में अति आत्मविश्वास से भरी हुई थी, जैसा कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी देखा गया। सीट-बंटवारे के दौरान उनका रवैया हमें नुकसान पहुंचा गया। अगर उद्धव जी को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया होता, तो परिणाम अलग होते।"

सीट बंटवारे और प्रदर्शन में मतभेद

पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने एमवीए सहयोगियों के बीच सबसे अधिक 13 सीटें जीती थीं, जिसके कारण उसने विधानसभा चुनावों में अधिक सीटें मांगने का दबाव बनाया। इस दौरान गठबंधन के भीतर मतभेद की खबरें भी सामने आईं। कांग्रेस ने 103 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन सिर्फ 16 पर जीत हासिल की। शिवसेना (यूबीटी) ने 89 सीटों पर चुनाव लड़ा और 20 सीटें जीतीं, जबकि शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए केवल 10 सीटें जीतीं।

दानवे ने यह भी संकेत दिया कि शिवसेना (यूबीटी) के कुछ उम्मीदवारों ने संगठनात्मक ढांचे में सुधार की जरूरत की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी अब खुद को मजबूत करने और भविष्य में सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

एकनाथ शिंदे पर भी साधा निशाना

दानवे ने पूर्व शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "बीजेपी के पास हर राज्य में कई 'शिंदे' हैं, जिन्हें वह इस्तेमाल कर फेंक देती है।" भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति में अब मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा हो रही है। भाजपा ने सबसे अधिक 132 सीटें जीती हैं, जबकि शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने क्रमशः 57 और 41 सीटें हासिल की हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच, बुधवार को एकनाथ शिंदे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व के निर्णय को स्वीकार करेंगे।

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