महाराष्ट्र में हर बूथ पर कैसे बढ़े 100-150 वोट, ECI क्यों नहीं देता जवाब; राज ठाकरे के सुर में क्यों संजय राउत
राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार अमित शाह के निर्देशों पर काम कर रही है।
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शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘आखिरी के कुछ घंटे में मतदान में आकस्मिक वृद्धि’ का हवाला देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस सरकार निष्पक्ष तरीके से चुनी हुई सरकार नहीं है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ‘महायुति’ ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीट जीतकर चुनाव में शानदार विजय हासिल की थी, जबकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना 20 सीट ही जीत पायी थी।
राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सरकार निष्पक्ष तरीके से नहीं चुनी गई। आखिरी के कुछ घंटों में अचानक मतदान में जो बढ़ोतरी हुई है, वह घोटाला है। निर्वाचन आयोग इस पर उचित जवाब नहीं दे पा रहा है। (राज्य में) 76 लाख वोटों की बढ़ोतरी हुई है, यानी 150 सीट पर 20000-25000 वोट या प्रति मतदान केंद्र पर 100-150 वोट बढ़ गये।’’
राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार अमित शाह के निर्देशों पर काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह भाजपा द्वारा बनाई गई पार्टी है। मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि भविष्य में शिवसेना एकजुट नहीं रहेगी। शिवसेना के करीब 20 विधायक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के करीबी हैं।’’ राउत ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव जीतेगी, जिसके लिए मतदान पांच फरवरी को होगा और नतीजे आठ फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे भी चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठा चुके हैं। ठाकरे ने पिछले महीने मुंबई में मनसे नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनाव परिणामों पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने सवाल किया कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने विधानसभा चुनावों में 41 सीटें कैसे जीतीं, जबकि उससे कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनावों में उसे केवल एक सीट मिली थी।